यूके में बलूच समुदाय के एक बड़े समूह ने रविवार को लंदन में मार्बल आर्क कंबरलैंड होटल के बाहर चीन पाक हिल रियल एस्टेट डेवलपर के आधिकारिक लॉन्च के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बलूच प्रदर्शनकारियों ने तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया जिसमें उन्होंने बलूचिस्तान में चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) और मानव अधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ नारे लगाए। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान अफगान समुदाय के लोगों ने भी बलूच प्रदर्शनकारियों के साथ विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की नीतियां आतंकवाद समर्थक रहीं हैं। ऐसे में पाकिस्तान को चीन के समर्थन से बलूचिस्तान में मानवता के खिलाफ अपराध और उसकी क्रूरता को प्रोत्साहन मिल रहा है।
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प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना स्थानीय युवकों को अपहरण कर उन पर अत्याचार कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने `जीने का हक़ दो' के नारे लगाये और गायब हुए लोगों के बारे में सेना को जानकारी देने की मांग की।
चीन पाक हिल्स के वेबपेज के अनुसार, 'यह प्रोजेक्ट 500 अरब डॉलर का है, जिसे तीन चरणों में विकसित किया जाना है।'
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी सेना पर जबरन जमीन कब्जाने का भी आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जमीन के कागजात होने के बावजूद सेना उनकी जमीन को उनसे छीन रही है।
बलूच प्रदर्शनकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से अपील की है कि वे ग्वादर में भूमि न खरीदें क्योंकि बलूच लोग अपने पैतृक संपत्तियों को नीलाम करने की अनुमति नहीं देंगे। बलूच समुदाय के लोगों ने चीन के पाक हिल्स और अन्य रियल एस्टेट माफिया समूहों के खिलाफ अपने विरोध प्रदर्शन जारी रखने की कसम खाई है।
आपको बता दें कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान का सहभागी बनने से रोकने के लिए प्रदर्शनकारियों ने चीनी सरकार और वहां के लोगों से भी आग्रह किया था।
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Source : News Nation Bureau