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ऑस्ट्रेलियाः तेजी से बढ़ रही है हिंदुओं की आबादी, मात्र 44% रह गए ईसाई

ईसाई बहुसंख्यक वाले देश ऑस्ट्रेलिया में ईसाइयों की जनसंख्या तेजी से घट रही है. ऑस्ट्रेलिया में अब 50 प्रतिशत से भी कम ईसाई बचे हैं, जबकि 2016 में यहां खुद को ईसाई कहने वाले लोगों की जनसंख्या 52% थी. ऑस्ट्रेलिया में अब केवल 44 फीसदी ही ईसाई रह गए हैं.

Updated on: 05 Jul 2022, 07:31 PM

highlights

  • ऑस्ट्रेलिया में वर्ष 2021 में हुए जनगणना के आंकड़े हुए जारी
  • देश में 50% से भी कम रह गए खुद को ईसाई कहने वाले लोग
  • 50 साल पहले 90 प्रतिशत आदाबी खुद को कहती थी ईसाई

नई दिल्ली:

ईसाई बहुसंख्यक वाले देश ऑस्ट्रेलिया में ईसाइयों की जनसंख्या तेजी से घट रही है. ऑस्ट्रेलिया में अब 50 प्रतिशत से भी कम ईसाई बचे हैं, जबकि 2016 में यहां खुद को ईसाई कहने वाले लोगों की जनसंख्या 52% थी. ऑस्ट्रेलिया में अब केवल 44 फीसदी ही ईसाई रह गए हैं. वहीं, हिंदू और मुसलमानों की जनसंख्या में भारी इजाफा हुआ है. 2016 में यहां हिंदुओं की आबादी 1.9 लाख थी, जो अब बढ़कर 3 लाख हो गई है. वहीं, 2016 में आस्ट्रेलिया में मुसलमानों की आबादी 2.6 लाख थी, अब बढ़कर 3.20 लाख हो गई है. कुल आबादी में हिंदू और मुसलमानों का प्रतिशत भले ही बहुत कम हो, लेकिन आबादी में वृद्धि का प्रतिशत बहुत ही ज्यादा है. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया में नास्तिकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. अब यहां 39 प्रतिशत नास्तिक हैं. 

 50 वर्ष पहले 90 फीसदी थी ईसाई आबादी
दरअसल, 2021 के जनगणना से जो आंकड़े उभर कर सामने आए हैं. उसके मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में पहली बार ऐसा हुआ है कि देश में ईसाई बताने वालों की संख्या 50 फीसदी से कम हो गई है. गौरतलब है कि अब से 50 वर्ष पहले यह आंकड़ा 90 फीसदी का था. हालांकि, इसके बाद भी देश में ईसाई धर्म को मानने वालों की संख्या अब भी सबसे अधिक है. इसके बाद दूसरे नंबर पर 39 फीसदी लोग वो हैं, जो किसी भी धर्म में आस्था नहीं रखते. ऑस्ट्रेलिया दुनिया के उन देशों में से एक है, जहां नास्तिकों का प्रतिशत कुल आबादी में इतना ज्यादा है. 


नास्तिकों की संख्या 39 फीसदी 
ऑस्ट्रेलिया में वर्ष 2021 में हुई नई जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक देश में ईसाइयों की आबादी 50 फीसदी से भी कम रह गई है. इसके अलावा किसी भी धर्म को न मानने वाले यानी नास्तिकों की संख्या 39 फीसदी हो गई है. बीते 5 वर्षों में इसमें 9 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया में हर 5 वर्ष में जनगणना कराई जाती है, जिसके आंकड़ों ने कई नई जानकारियां सामने आई हैं. ऑस्ट्रेलिया में हुई नई जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक यहां की आबादी ढाई करोड़ से ज्यादा हो गई है. अब देश की आबादी दो करोड़ 55 लाख हो गई है. इससे पहले  2016 में ऑस्ट्रेलिया  की आबादी दो करोड़ 34 लाख थी. इस तरह देश की आबादी बीते 5 सालों में 21 लाख बढ़ी है. 

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पिछले 5 वर्षों में आस्ट्रेलिया जाकर बसने वालों में 25 प्रतिशत भारतीय
ऑस्ट्रेलिया  के 2021 के जनगणना के आंकड़ों में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है. इस जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की आधी से ज्यादा आबादी या तो विदेशों में पैदा हुई है या उनके माता पिता विदेशों में पैदा हुए हैं. पिछले पांच वर्ष के दौरान आस्ट्रेलिया में 10 लाख से ज़्यादा लोग दूसरे देशों से जाकर बसे. इनमें से तकरीबन एक चौथाई लोग भारत से वहां पहुंचे हैं. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया में अभी सबसे ज्यादा संख्या ऐसे लोगों की है, जिनका जन्म ऑस्ट्रेलिया में ही हुआ है. इसके बाद ऐसे लोगों की संख्या हैं, जिनका जन्म इंग्लैंड में हुआ है. इन दोनों देशों के बाद तीसरा नंबर ऐसे लोगों का है, जिनका जन्म भारत में हुआ है.