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अमेरिका की तर्ज पर चीन बना रहा रहस्‍यमय 'एरिया-51', सैटेलाइट तस्‍वीरों से खुलासा

चीन ने एरिया-51 नाम से मशहूर लोप नूर के एयरबेस को विकसित करने का काम शुरू किया है. यह एयरबेस भारत से 1300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. 2020 में ही इस एयरबेस पर चीन ने अपना टॉप सीक्रेट स्पेस प्लेन उतारा था.

Updated on: 03 Jul 2021, 12:42 PM

highlights

  • शिनजियांग के लोप नूर में बन रहा एक सीक्रेट एयरबेस
  • अमेरिका के एरिया-51 की तर्ज पर किया जा रहा है विकसित
  • एयरबेस पर हाइली क्लासिफाइड स्पेस प्लेन उतरने का भी दावा

पेइचिंग:

भारत के साथ जारी विवाद के बीच चीन अपनी सैन्य ठिकानों को लगातार विकसित कर रहा है. अब चीन एक नई साजिश रच रहा है. चीन अब अमेरिका की तर्ज पर एरिया-51 का निर्माण कर रहा है. बताया तो यहां तक जाता है कि अमेरिका ने अपने एरिया-51 में एलियन छिपा रखा है. पहले तो अमेरिकी सरकार एरिया 51 के अस्तित्व को ही नकारती रही है, फिर बाद में इसको स्वीकार किया. कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि अमेरिका ने उड़न तश्तरी का परीक्षण किया गया था. इस क्षेत्र में किसी भी आम आदमी के जाने पर पाबंदी है. ठीक उसी तरह चीन से आई सैटेलाइट तस्वीरों से कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. चीन शिनजियांग के लोप नूर में एक सीक्रेट एयरबेस को तेजी से विकसित कर रहा है. जानकारी के मुताबिक इस एयरबेस से जुड़ी जानकारियां इतनी गोपनीय हैं कि इसे चीन का एरिया-51 नाम दिया गया है. यह एयरबेस भारत के लेह एयर बेस से मात्र 1300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ खुलासा
हाल में ही ली गई कॉमर्शियल सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि चीन इस एयरबेस को 2016 से ही तेजी से विकसित कर रहा है. अमेरिका की एनजीओ मीडिया ऑर्गनाइजेशन एनपीआर ने मैक्सार टेक्नोलॉजीज की सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर चीन के इस सीक्रेट एयर बेस से जुड़ी कई जानकारियां साझा की है. सैटेलाइट तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि चीन ने बरसों से वीरान पड़े इस एयरबेस को फिर से विकसित करना शुरू किया है. इस बेस की हवाई पट्टी को 4.8 किलोमीटर लंबा किया गया है, जिससे बड़े जहाज और स्पेसशिप भी आसानी से लैंड हो जाए.

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कुछ बड़ा करने की तैयारी में है चीन
जानकारी के मुताबिक चीन कुछ बड़ा करने की फिराक में है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले साल के सितंबर में चीनी अंतरिक्ष विमान की लैंडिंग के अलावा इस रनवे पर कोई खास एक्टिविटी नहीं देखी गई है. इस एयरबेस के एक छोर पर कुछ माड्यूलर ट्रेलर दिखाई दे रहे हैं. अब एयरबेस पर गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही है.  

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एयरबेस पर स्पेस प्लेन भी उतरा 
चीन के इस एयरबेस को लेकर क्या इरादे हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोप नूर के इस एयरस्ट्रिप के पास एक दर्जन से अधिक कंक्रीट की बिल्डिंग भी बनती दिखाई दी हैं. लोप नूर चीन का पुराना परमाणु परीक्षण स्थल है. 2020 में कई ऑब्जवर्स ने दावा किया था कि चीन ने एक हाइली क्लासिफाइड स्पेस प्लेन को इस एयरबेस पर उतारा था.