संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को कहा कि जलवायु परिवर्तन शांति, समृद्धि और विकास के लिए खतरा है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से पेरिस जलवायु समझौते के प्रति प्रतिबद्ध रहने का आग्रह किया है।
महासचिव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की जलवायु नीति को लेकर कई बार नाखुश हो चुके हैं और ऐसा कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में वह इस संबंध में कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
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ट्रंप ने अपने चुनाव अभियान के दौरान जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए बनाई गई ओबामा की नीतियों को 'मूर्खतापूर्ण' करार दिया था और इन्हें खत्म करने की बात कही थी।
गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'हम राजनीतिक तथ्यों के साथ नहीं, बल्कि वैज्ञानिक तथ्यों के साथ काम कर रहे हैं और तथ्य स्पष्ट हैं। जलवायु परिवर्तन प्रत्यक्ष रूप से अपने आप में बड़ा खतरा है।'
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गुटेरेस ने कहा, 'मेरा संदेश स्पष्ट और सरल है। जलवायु परिवर्तन शांति, समृद्धि और सतत विकास लक्ष्यों के के लिए एक बड़ा खतरा है। हमारे पास जलवायु परिवर्तन से निपटने का एक बड़ा अवसर है, जिसे हम गंवा नहीं सकते।'
जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते को दिसंबर 2015 में मंजूर किया गया था। इस पर 130 पक्षकारों के हस्ताक्षर हैं और दिनों दिन यह संख्या बढ़ रही है। पेरिस समझौते को समर्थन देने वाले देश वही हैं, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास एजेंडा 2030 को स्वीकार किया है। इनमें संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देश शामिल हैं।
Source : IANS