अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) ने बीते दिनों 2020 National Defence Authorization Act पर हस्ताक्षर कर आर्म्ड फोर्स (Armed Forces) के छठे ब्रांच के तौर पर स्पेस फोर्स (Space Force) की स्थापना कर दी. ये अमेरिका का सबसे बड़ा रक्षा विधेयक (Defence Bill) है. इस मौके पर राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्ववीट में जानकारी दी कि बीती रात उन्होंने अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े रक्षा विधेयक पर हस्ताक्षर किए जिस पर उन्हें गर्व महसूस हो रहा है.
इस विधेयक के बाद नए लड़ाकू विमान, शिप, मिसाइल, रॉकेट और अन्य रक्षा के जरूरी सामानों को अपने ही देश में बनाया जा सकेगा. इसी के साथ साथ हमें बार्डर वॉल फंडिंग भी मिलेगी.
बता दें कि इस विधेयक पर हस्ताक्षर होने के साथ ही Space Forces अमेरिकी एयरफोर्स का सबसे नया मिलिटरी ब्रांच बन गया, इसी के साथ 1947 में यूएस एयरफोर्स की स्थापना के बाद ये पहली नई सर्विस है.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान नहीं सुधरने वाले, फिर CAA में अपनी नाक घुसेड़ी
सीएनएन की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि जॉन रेमंड, जो कि US Space Command and Air Force Space Command के कमांडर हैं, उन्होंने बताया है कि अभी फिलहाल 16,000 एयर फोर्स स्पेस कमांडर जो कि तत्काल ड्यूटी पर हैं उन्हीं एयरमैन और सिविलियंस को स्पेस सेंटर के कामों में लगाया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: पीएम नरेंद्र मोदी की अपने मंत्रियों को नसीहत- काम की ऱफ्तार बढ़ाइए, डिलीवरी करनी ही पड़ेगी
साथ ही ये जानकारी भी दी गई है कि इन लोगों को कुछ समय तक स्पेस फोर्स की सेवा में ही लगाया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक स्पेस फोर्स भी एयरफोर्स डिपार्टमेंट का ही भाग होगा.
HIGHLIGHTS
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंंप ने US Space Force की लांच.
- बीते दिनों 2020 National Defence Authorization Act पर हस्ताक्षर कर आर्म्ड फोर्स के छठे ब्रांच के तौर पर स्पेस फोर्स की स्थापना कर दी.
- इस विधेयक के बाद नए लड़ाकू विमान, शिप, मिसाइल, रॉकेट और अन्य रक्षा के जरूरी सामानों को अपने ही देश में बनाया जा सकेगा.
Source : News Nation Bureau