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मुसलमानों की रट लगाए पाकिस्तान के दोगलेपन पर अब अमेरिका ने लताड़ा, कहा- नहीं दिखते चीन के उइगर मुस्लिम

पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान चीन के बारे में क्यों नहीं बोल रहे, जहां पर 10 लाख उइगर और अन्य तुर्की भाषा बोलने वाले मुसलमानों को नजरबंद रखा गया है.

Updated on: 27 Sep 2019, 07:02 PM

highlights

  • चीन के उइगर मुसलमानों पर अत्याचार से आंख बंद करने पर पाकिस्तान को लताड़.
  • अमेरिका की कार्यकारी सहायक मंत्री ने कहा चीनी मुसलमानों के लिए भी हो चिंता.
  • चीन में करीब 10 लाख उइगर और दूसरे मुसलमानों को नजरबंद किया गया है.

नई दिल्ली:

कश्मीर पर दुनिया को भरमाने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान खासकर उसके वजीर-ए-आजम इमरान खान अपने ही बुने जाल में फंसते जा रहे हैं. भारतीय मुसलमानों खासकर कश्मीरी मुसलमानों के कथित 'नरसंहार' के मसले पर वैश्विक मंच पर लगातार झूठ बोल रहे इमरान खान को इस बार अमेरिका की कार्यकारी सहायक मंत्री (दक्षिण और मध्य एशिया) ऐलिस वेल्स ने उसके दोगलेपन के लिए जमकर खिंचाई की है. पाकिस्तान के दोगलेपन को उजागर करते हुए अमेरिका ने कहा है कि वह जितनी चिंता कश्मीर पर जता रहा है, उतनी चीन में नजरबंद मुसलमानों को लेकर भी दिखाए.

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पाक उइगर मुसलमानों की ज्यादा चिंता करे
ऐलिस वेल्स ने गुरुवार को यह सवाल खड़े किए कि पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान चीन के बारे में क्यों नहीं बोल रहे, जहां पर 10 लाख उइगर और अन्य तुर्की भाषा बोलने वाले मुसलमानों को नजरबंद रखा गया है. कश्मीर पर पाकिस्तान की कथित चिंता पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए ऐलिस वेल्स ने कहा, 'मैं पश्चिमी चीन में नजरबंद मुसलमानों को लेकर भी वही चिंता देखना चाहूंगी, जो नाजी शिविरों की तरह के हालात में रह रहे हैं.' उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को चीन के मुसलमानों की ज्यादा चिंता करनी चाहिए क्योंकि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन ज्यादा है.

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इमरान खान के मुस्लिम दांव को किया भोथरा
वेल्स की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने के भारत के फैसले पर दुष्प्रचार कर रहा है. वह मुस्लिम दांव भी चल रहा है. हाल में पाक पीएम इमरान खान ने न्यूयॉर्क में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि दुनिया चुप है क्योंकि मामला मुसलमानों का है. हालांकि चीन में मुसलमानों पर ही हो रहे अत्याचार पर चुप्पी से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का कश्मीर पर दुष्प्रचार से साफ हो जाता है. जब भी चीन में मुसलमानों के हालात पर इमरान खान से सवाल होते हैं तो वह यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि उनके अपने देश में काफी समस्याएं हैं, जिन पर उन्हें ध्यान देना है.

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10 लाख चीनी मुसलमानों का हो रहा उत्पीड़न
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि चीन में करीब 10 लाख उइगर और दूसरे मुसलमानों को नजरबंद किया गया है. हैरत की बात तो यह है कि चीन अपने हिरासत शिविरों को प्रशिक्षण शिविर बताता है. उसका कहना है कि इन शिविरों के जरिए वह कट्टरपंथ को खत्म करने के साथ ही लोगों की दक्षता बढ़ा रहा है. हाल में अमेरिका के नेतृत्व में 30 से ज्यादा देशों ने शिनजियांग प्रांत में चीन द्वारा मुसलमानों पर किए जा रहे अत्याचार की आलोचना की थी.