300 किलोवाट का शक्तिशाली लेजर हथियार बना रहा अमेरिका, पलक झपकते ही राख होंगी चीनी मिसाइलें
अमेरिका अब लेजर हथियारों की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है. आकाश से आने वाले खतरे को रोकने को लिए रक्षात्मक लेजर हथियार बनाया जाना है. पिछले साल अमेरिकी सेना ने एक 10 किलोवाट के लेजर को मात देने वाले मोर्टार गोले का प्रदर्शन किया था.
वॉशिंगटन:
अमेरिकी सेना दुनिया का सबसे शक्तिशाली हथियार बना रही है. अमेरिका ने 300 किलोवाट का लेकर हथियार बनाया है जिसका परीक्षण वह अगले साल करेगी. यह हथियार जनरल अटामिक्स इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिस्टम और बोइंग कंपनी ने मिलकर तैयार किया है. जानकारी के मुताबिक यह हथियार करीब जहाज के एक कंटेनर के जितना बड़ा होगा. इसे एक ट्रक पर रखा जाएगा. यह हथियार अभी तक के सभी लेजर हथियारों में सबसे शक्तिशाली होगा. यह हथियार कितना शक्तिशाली होगा इसका इंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह ड्रोन, जेट और हेलिकॉप्टर को पलभर में राख कर सकता है.
गौरतलब है कि अमेरिकी नौसेना ने सबसे पहले 2014 में ‘लॉज’ नामक लेजर वेपन बनाया था. अभी तक जितने भी लेजर हथियार हैं, वह 30 से 100 किलोवाट क्षमता के ही है. लॉज भी 30 किलोवॉट क्षमता का था. हालांकि अब क्षमता में भारी इजाफा किया गया है. अमेरिका के इस नए हथियार से उसकी मारक क्षमता कई गुना बढ़ गई है. आमतौर पर ये हथियार कई तरह के फाइबर लेजर पर आधारित होते हैं और बाद में एक बीम से किरणे निकलती हैं तथा दुश्मन खाक हो जाता है. इस नए लेजर वेपन में कई शीशे लगाए गए हैं जो आपस में जुड़े हुए हैं.
कई लक्ष्यों पर एक साथ निशाना
यह हथियार कई लक्ष्यों पर एक साथ निशाना लगाने में सक्षम है. विशेषज्ञों का कहना है कि इतने शक्तिशाली लेजर हथियार की मदद से बड़े लक्ष्यों और तेजी से कई लक्ष्यों को तबाह किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के शक्तिशाली लेजर वेपन से आने वाले समय में बलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों, ड्रोन, फाइटर जेट और हेलिकॉप्टर का खात्मा किया जा सकेगा.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें