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सिंध में आने वाला है भयानक चक्रवाती तूफान, सभी स्कूल को बंद रखने के आदेश जारी

पीएमडी (PDM) ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर एक दबाव पिछले 12 घंटों के दौरान 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा था. अब कराची से 240 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व दूरी पर है.

Updated on: 01 Oct 2021, 07:21 AM

highlights

  • पाकिस्तान में चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी
  • सिंध के सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी 

नई दिल्ली :

पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने गुरुवार को एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात के लिए अलर्ट जारी किया, जिसमें सिंध-मकरान तट पर मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं की भविष्यवाणी की गई है. चक्रवात को देखते हुए सिंध शिक्षा विभाग ने शुक्रवार यानी 1 अक्टूबर को सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद रखने की घोषणा की है.  पीएमडी (PDM) ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर एक दबाव पिछले 12 घंटों के दौरान 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा था. अब कराची से 240 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व दूरी पर है. इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है. अगले 12-18 घंटो में चक्रवाती तूफान और मजबूती के साथ आगे बढ़ सकती है. 

चक्रवाती तूफान के चपेटे में कराची, हैदराबाद, थट्टा, बदीन, मीरपुरखास, थापरकर, उमेरकोट, सांघार, शहीद बेनज़ीराबाद, नौशेरोफ़िरोज़, टंडो मुहम्मद ख़ान, टांडो अल्लायर, दादू, जमशोरो, सुक्कुर, लरकाना, जैकबाबाद, शिकारपुर और घोटकी जिले आएंगे. 2 अक्टूबर तक यहां चक्रवाती तूफान आ सकते हैं. 

मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया

मौसम विभाग ने कहा कि गुरुवार से रविवार तक बलूचिस्तान के ग्वादर, लसबेला, आवारन, केच, खुजदार, कलात और पंजगुर जिलों में भारी बारिश की आशंका है. इसके साथ ही रविवार तक मछुआरों को समुद्र में जाने के लिए मना किया गया है. 

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मौसम विभाग ने कहा, "कराची, बदीन, थट्टा, हैदराबाद, दादू, मीरपुरखास, शहीद बेनजीराबाद, लासबेला, सोमियानी, ओरमारा, पासनी, ग्वादर, तुर्बत और जिवानी में मूसलाधार बारिश से शहरी बाढ़ आ सकती है."

अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा गया

चेतावनी में कहा गया है कि इससे कमजोर घरों को नुकसान पहुंच सकता है. संबंधित अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है.

चक्रवाती तूफान के प्रभाव से गुरुवार शाम को कराची के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई. 

2007 में आया था भयानक तूफान 

मौसम विभाग ने इस चक्रवात की तुलना 2007 में आए भयानक चक्रवात से की है. उन्होंने कहा कि उस समय अरब सागर में पहुंचने के बाद निम्न दबाव प्रणाली चक्रवात बन गई थी, जैसा अब हो रहा था.  उन्होंने कहा कि 2007 में चक्रवात ने ओरमारा और पसनी के बीच के क्षेत्र को प्रभावित किया था और बलूचिस्तान के विभिन्न जिलों में काफी नुकसान हुआ था.