पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार दिसंबर 2019 के बाद के सबसे निचले स्तर पर गिरकर 6 मई को समाप्त सप्ताह में 16.4 अरब डॉलर पर आ गया है, जो एक हफ्ते पहले 16.5 अरब डॉलर था।
द न्यूज ने केंद्रीय बैंक के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि सप्ताह-दर-सप्ताह आधार पर देश का भंडार 178 मिलियन डॉलर या 1.1 प्रतिशत घटकर 16.376 अरब डॉलर हो गया।
केंद्रीय बैंक का भंडार भी गिरकर 23 महीने के निचले स्तर पर आ गया।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष बैलआउट के रिवाइवल में देरी के साथ-साथ मित्र देशों से धन की कमी के कारण विदेशी भंडार और स्थानीय इकाई पर दबाव बढ़ रहा है।
पाकिस्तान-कुवैत इन्वेस्टमेंट कंपनी के शोध प्रमुख समीउल्लाह तारिक ने कहा कि भंडार में गिरावट मामूली है।
हालांकि, आयात कवर के मामले में हम तीन महीने से कम हैं, और हमें भंडार को स्थिर करने के लिए आईएमएफ कार्यक्रम में जाना होगा।
गिरते विदेशी मुद्रा भंडार के बीच आयात और ऋण भुगतान को पूरा करने के लिए देश को त्वरित विदेशी मुद्रा प्रवाह की आवश्यकता है।
हालांकि, वर्तमान सरकार को महंगी ऊर्जा सब्सिडी में कटौती करनी होगी, जो कि पूर्व सरकार द्वारा पेश की गई थी।
इसे अगले ऋण किश्त को जारी करने के लिए आईएमएफ से मंजूरी प्राप्त करने के लिए पेट्रोलियम और बिजली की कीमतों में वृद्धि की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले हफ्ते सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया, लेकिन तत्काल वित्तपोषण का वादा हासिल नहीं कर पाए।
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Source : IANS