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अमेरिका-ईरान में युद्ध जैसे हालात, सऊदी अरामको पर ड्रोन हमले के बाद तैनात की मिसाइलें

ईरान ने अमेरिका के आरोपों को खारिज कर चेतावनी देते हुए कहा है कि खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अड्डे और विमानवाहक पोत उसकी मिसाइलों के दायरे में हैं.

Updated on: 16 Sep 2019, 08:21 AM

highlights

  • ईरान ने अमेरिका को मिसाइल हमले की धमकी दी. कहा-युद्ध के लिए तैयार
  • तेल कंपनी सऊदी अरामको पर ड्रोन हमले के बाद दोनों देशों में बढ़ा तनाव.
  • शनिवार को ड्रोन हमले के बाद अरामको के दो तेल संयंत्रों में लगी थी आग.

नई दिल्ली:

दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी सऊदी अरब की सऊदी अरामको के दो बड़े संयंत्रों अब्कैक और खुरैस पर हूथी विद्रोहियों के ड्रोन अटैक से लगी आग के बाद से ईरान और अमेरिका के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. हालांकि ईरान ने अमेरिका के आरोपों को खारिज कर हमलों में हाथ होने से इंकार किया है. साथ ही ईरान ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अड्डे और विमानवाहक पोत उसकी मिसाइलों के दायरे में हैं. ईरान ने अमेरिका को धमकी देते हुए कहा है कि वह युद्ध के लिए हर वक्त तैयार है. गौरतलब है कि यमन के ईरान समर्थित हूथी समूह ने शनिवार को हुए अरामको तेल संयंत्रों पर हमले की जिम्मेदारी ली थी.

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ईरान ने अमेरिकी बेड़े पर मिसाइल हमले की दी धमकी
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसावी ने मीडिया से बात करते हुए अमेरिका के सभी आरोपी को आधारहीन करार दिया है. ईरान ने दावा किया है कि उसकी सेना किसी भी समय अमेरिका से युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है. ईरान ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कमांडर अमिराली हाजीज़ेद्दाह ने कहा हर किसी को ये अच्छी तरह से जान लेना चाहिए कि 2000 किलोमीटर के दायरे में मौजूद अमेरिकी सैन्य अड्डे और विमानवाहक पोत हमारी मिसाइलों की जद में हैं. गौरतलब है कि अमेरिका और ईरान के बीच उस समय तनाव बढ़ गया था, जब अमेरिका ने ईरान से तेल सप्लाई पर लगे प्रतिबंध को बढ़ा दिया था.

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अमेरिका-ईरान संबंध पहले से हैं तनावपूर्ण
सऊदी अरब में अरामको के दो बड़े तेल संयंत्रों में उस समय हमला हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ मुलाकात की संभावना जताई थी. हालांकि ईरान ने लगाए गए सभी प्रतिबंध हटाए जाने तक ऐसी किसी मुलाकात की संभावना से सिरे से इंकार किया है. अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार माइक पॉम्पिओ ने भी शनिवार को ट्वीट करके कहा था कि ईरान ने तनाव दूर करने की संभावनाओं के बीच दुनिया की ऊर्जा सप्लाई के केंद्र अरामको पर हमला किया है.

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10 ड्रोन सऊदी भेजे गए थे
यमन में मौजूद ईरान समर्थित हूथी विद्रोही संगठन के एक वरिष्ठ सदस्य याह्या सारए ने बताया कि इस हमले को अंजाम देने के लिए 10 ड्रोन सऊदी भेजे गए थे. याह्या ने अल-मसिरह टीवी को बताया कि आने वाले वक्त में ऐसे हमलों को अंजाम दिया जा सकता है. सऊदी अरब के अधिकारियों की तरफ से अब तक याह्या के दावों का कोई जवाब नहीं आया है. गौरतलब है कि इस हमले के बाद वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोत्तरी की आशंका जताई जा रही है. ऐसा होने पर भारत भी इसके प्रभाव में आने से नहीं बच सकेगा. इसकी एक बड़ी वजह यही है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश है.