ट्रंप को थपकी के देने के बाद पुतिन से गलबहियां कर पाकिस्तान के होश उड़ाएंगे पीएम नरेंद्र मोदी
पिछले दिनों G-7 सम्मिट के दौरान फ्रांस के बेआरिट्ज शहर में पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की थपकी भरे अंदाज से परेशान पाकिस्तान ने परमाणु युद्ध की धमकी दी थी.
highlights
- फ्रांस के बेआरिट्ज में मोदी ने दी थी ट्रंप को थपकी
- अब व्लादिवोस्टक में पुतिन के साथ करेंगे गलबहियां
- ये सब देखकर पाकिस्तान की आंखें फटी रह जाएंगी
नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार द्वारा किए गए बदलाव के बाद बौखलाए पाकिस्तान के होश एक बार फिर उड़ने वाले हैं. पिछले दिनों G-7 सम्मिट के दौरान फ्रांस के बेआरिट्ज शहर में पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की थपकी भरे अंदाज से परेशान पाकिस्तान ने परमाणु युद्ध की धमकी दी थी. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस आज यानी मंगलवार से रूस की यात्रा पर जा रहे हैं. वहां मोदी और पुतिन की गलबहियां देखकर तो इमरान खान की अक्ल ठिकाने आ जाएगी.
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4 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी को रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन वन-टु-वन डिनर देंगे. दोनों नेताओं के बीच एक सालाना द्विपक्षीय वार्ता होगी जिसके बाद व्यापार, प्रतिरक्षा, निवेश, ऊर्जा, औद्योगिक सहयोग आदि से जुड़े 25 समझौते हो सकते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी 5 सितंबर को व्लादीवोस्टक (Vladivostok) में आयोजित ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के चीफ गेस्ट होंगे.
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रूस सुरक्षा परिषद का पहला स्थायी सदस्य देश है जिसने कश्मीर पर भारत के 370 से जुड़े कदम का समर्थन किया. व्लादीवोस्टक में दोनों नेता एक संयुक्त बयान जारी करेंगे, जिसका शीर्षक होगा, 'थ्रू ट्रस्ट ऐंड पार्टनरशिप टु न्यू हाइट्स ऑफ कोऑपरेशन'. रूस के राष्ट्रपति मोदी को एक डाक टिकट भेंट करेंगे जो महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर जारी किया गया है. डिनर के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन व्यक्तिगत रिश्तों को और मजबूत करेंगे. अप्रैल 2018 में जब पीएम मोदी एक अनौपचारिक समिट में शामिल होने सोचि गए थे तो उन्होंने पुतिन के साथ अकेले काफी समय गुजारा था और पुतिन खुद पीएम मोदी को एयरपोर्ट तक छोड़ने आए थे.
ये हो सकते हैं समझौते
- शिक्षा और संस्कृत से जुड़े समझौते होंगे, जिसके द्वारा रूसी शिक्षण संस्थाओं में भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
- निवेश को बढ़ाने के लिए दोनों पक्ष एक रोडमैप पर काम कर रहे हैं
- भारत में छह न्यूक्लियर रिएक्टर की स्थापना को लेकर भी समझौता हो सकता है.
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