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शी जिनपिंग (फाइल फोटो)
पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद(जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव पर सहमति जताने के कुछ देर बाद, चीन ने बुधवार को पाकिस्तान का बचाव किया और कहा कि देश ने आतंकवाद से लड़ने में बहुत बड़ा योगदान दिया है. बीजिंग ने यह भी कहा कि वह मजबूती से पाकिस्तान का आतंकवादियों और अतिवादी ताकतों से लड़ाई लड़ने के प्रयास का समर्थन करता है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां कहा, "मैं यहां जोर देकर कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों से लड़ने का जबरदस्त प्रयास किया है, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की पूर्ण मान्यता के योग्य है. चीन आतंकवादियों और अतिवादी ताकतों से लड़ने के पाकिस्तान के प्रयासों का लगातार समर्थन करता रहेगा.
भारत के चंगुल से छूटने के बाद कई आतंकी हमलों को दिया अंजाम
भारत की गिरफ्त से छूटने के बाद मौलाना मसूद अजहर ने पाकिस्तान में रहकर भारत के खिलाफ कई बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दिया और वहीं बैठकर इसकी योजना बनाई.
-जिसके बाद मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद संगठन बनाया. साल 2001 में जैश ने लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर नई दिल्ली में संसद पर हमला किया. जिसमें संसद भवन के गार्ड, दिल्ली पुलिस के जवान समेत कुल 9 लोग शहीद हुए थे. एक सफेद एंबेसडर कार में आए पांच आतंकवादियों ने 45 मिनट में लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर को गोलियों से छलनी करके पूरे हिंदुस्तान को झकझोर दिया था.
-24 सितंबर 2002 को लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों ने मिलकर गुजरात के गांधी नगर में अक्षरधाम मंदिर में हमला किया था.
-29 अक्टूबर 2005 दिल्ली सीरियल ब्लास्ट हुआ था. जिसमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश का हाथ बताया गया. दिल्ली के तीन जगह पर पहाड़गंज मार्किट, सरोजिनी नगर मार्किट और गोविंदपुरी में बम ब्लास्ट में 62 लोग मारे गए और करीब 210 घायल हुए थे.
-2 जनवरी 2016 में पठानकोट में जैश-ए-मोहम्मद ने पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हमला किया. जिसमें 7 जवान शहीद हुए थे.
Source : News Nation Bureau