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बिजली खरीदने के लिए डिफॉल्टरों की संपत्ति बेचेगा अफगानिस्तान

बिजली खरीदने के लिए डिफॉल्टरों की संपत्ति बेचेगा अफगानिस्तान

Updated on: 07 Oct 2021, 03:50 PM

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान की बिजली कंपनी डी अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकट (डीएबीएस) ने अपने कर्जदारों की संपत्ति बेचने का फैसला किया है, ताकि वे मध्य एशियाई देशों को बिजली के करीब 6.2 करोड़ डॉलर के बिल का भुगतान कर सकें।

खामा प्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि निर्णय के अनुसार, डीएबीएस ने ऐसे पूर्व अधिकारियों और राजनेताओं के घरों को बेचने की योजना बनाई है, जिन्होंने वर्षों से बिजली के बिलों का भुगतान नहीं किया है और बड़ी मात्रा में बिजली की खपत की है।

डीएबीएस के कार्यवाहक प्रमुख, सफीउल्लाह अहमदजई ने कहा कि वे योजना को लागू करेंगे और निर्यातक देशों द्वारा बिजली की कटौती को रोकने के लिए सभी ऋणों का भुगतान करेंगे।

अहमदजई ने कहा कि उन्होंने निर्यातक देशों से बात की है और उन्होंने आश्वासन दिया गया है कि फिलहाल बिजली नहीं काटी जाएगी।

मध्य एशियाई देशों द्वारा सर्दियों के मौसम के करीब आने के बाद बिजली कटौती की रिपोर्ट के बाद यह निर्णय लिया गया है।

बता दें कि अफगानिस्तान बिजली का आयात करने वाला देश है, जो ईरान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान से 80 प्रतिशत बिजली आयात करता है और बाकी का उत्पादन आंतरिक रूप से किया जा रहा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.