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तालिबान की मदद कर रही PAK वायुसेना पर भड़का अफगानिस्तान

अमरुल्ला सालेह ने ट कर कहा, ''पाकिस्तान की वायु सेना ने अफगान सेना और वायु सेना को आधिकारिक चेतावनी जारी की है कि स्पिन बोल्डक क्षेत्र से तालिबान को हटाने के किसी भी कदम का पाकिस्तान वायु सेना द्वारा सामना किया जाएगा.

Updated on: 16 Jul 2021, 12:04 AM

highlights

  • पाकिस्तान की वायु सेना ने अफगान सेना और वायु सेना को आधिकारिक चेतावनी जारी की है
  • पाक की वायु सेना अब तालिबान को कुछ इलाकों में नजदीकी हवाई सहायता मुहैया करा रही है
  • तालिबान का दावा है कि उसने अफगानिस्तान के 80 फीसदी हिस्सों पर कब्जा कर लिया

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने कहा है कि पाकिस्तानी वायु सेना ने तालिबान के खिलाफ कार्रवाई करने से अफगान बलों को चेतावनी दी है. साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाक की वायुसेना तालिबान को एयर सपोर्ट मुहैया करवा रही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''पाकिस्तान की वायु सेना ने अफगान सेना और वायु सेना को आधिकारिक चेतावनी जारी की है कि स्पिन बोल्डक क्षेत्र से तालिबान को हटाने के किसी भी कदम का पाकिस्तान वायु सेना द्वारा सामना किया जाएगा. पाक की वायु सेना अब तालिबान को कुछ इलाकों में नजदीकी हवाई सहायता मुहैया करा रही है.'' उन्होंने ये ट्वीट करके कहा, अफगानिस्तान ने कहा है कि अगर तालिबान के साथ बातचीत विफल रहती है तो वो भारत की सैन्य सहायता मांग सकती है.

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गौरतलब है कि बीते दिनों संघर्ष को देखते हुए अफगानिस्तान में कई देशों ने अपने कॉन्सुलेट को बंद कर दिया था. भारत ने भी अफगानिस्तान के कंधार स्थित वाणिज्यिक दूतावास से अपने स्टाफ को वापस बुला लिया है. विदेश मंत्रालय ने बताया था कि दूतावास को बंद नहीं किया गया है, बल्कि संघर्ष की वजह से कुछ समय के लिए कंधार के दूतावास से भारतीय स्टाफ को वापस बुलाया गया है. तब तक वीजा से जुड़ा हुआ कामकाज काबुल स्थित भारतीय दूतावास से किया जाएगा.

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बता दें कि अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो सैनिकों के वापस लौटने के बाद देश में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई है. तालिबान का दावा है कि उसने अफगानिस्तान के 80 फीसदी हिस्सों पर कब्जा कर लिया है. स बीच, देश में शांति स्थापित करने के लिए अफगानिस्तान के नेता तालिबान से दोहा में वार्ता करने वाले हैं. वहीं, अफगानिस्तान ने कहा है कि अगर तालिबान के साथ बातचीत विफल रहती है तो वो भारत की सैन्य सहायता मांग सकती है.