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अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की खोली पोल, कहा- मसूद अजहर को लेकर झूठ न बोले

भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले कुख्यात आतंकी मसूद अजहर को लेकर पाकिस्तान लगातार झूठ बोल रहा है. इसकी पोल तालिबान ने खोल दी है.

Updated on: 15 Sep 2022, 10:05 AM

highlights

  • मसूद अजहर की गिरफ्तारी को लेकर अफगानिस्तान को पत्र लिखा 
  • अफगानिस्तान के नंगरहार और कनहर के क्षेत्रों में छिपा मसूद अजहर:  पाक
  • इस तरह के आरोप से द्विपक्षीय संबंधों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा: अफगानिस्तान 

नई दिल्ली:

भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले कुख्यात आतंकी मसूद अजहर ( Masood Azhar) को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) लगातार झूठ बोल रहा है. इसकी पोल तालिबान ने खोल दी है. तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है कि जैश ए मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर अफगानिस्तान (Afghanistan) में है. मुजाहिद ने मीडिया से कहा कि मसूद वास्तव में पाकिस्तान में ही है. पाकिस्तान ने हाल ही में मसूद अजहर की गिरफ्तारी को लेकर अफगानिस्तान को पत्र लिखा था. पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान के नंगरहार और कनहर के क्षेत्रों में वह छिपा हुआ है. 

इस पत्र को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद का कहना है कि जैश ए मोहम्मद का सरगना अफगानिस्तान में नहीं है. यह एक ऐसा संगठन है जो सिर्फ पाकिस्तान में ही हो सकता है. इसे लेकर हमें कोई पत्र नहीं मिला है. हमें इसके बारे में खबरों के माध्यम से पता लगा है. उन्होंने कहा कि यह सच नहीं है कि मसूद अफगानिस्तान में है.

तालिबान के नेतृत्व वाले विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के आरोप से दोनों देशों के संबंधों में खटास आ सकती है. तालिबान के एक प्रवक्ता अब्दुल कहार बल्खी के अनुसार, वे सभी पक्षों से बिना किसी सबूत और दस्तावेज के ऐसे आरोपों से दूर रहने का आह्वान करते हैं.  इस तरह के आरोप से द्विपक्षीय संबंधों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. 

अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने पाकिस्तान को यूएन की सूची में शामिल कुछ आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है. इसके बाद से इस्लामाबाद के चेहरे को तालिबान ने भी बेनकाब कर दिया है.  गौरतलब है कि पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल है. 

पाकिस्तान का कहना है कि अजहर मसूद पाकिस्तान में नहीं है. उसके अफगानिस्तान में होने की संभावना है.  पाक के इस दावे के विपरीत वह पाकिस्तानी सोशल मीडिया नेटवर्क पर लेख जारी करता रहता है. वह स्थानीय लोगों को जिहाद में शामिल होने को लेकर प्रोत्साहित करता रहता है.