ईरान (Iran) में कोरोना वायरस से 157 नई मौतें हुई हैं. यहां अब तक 2234 मौतें हो चुकी हैं. यह कोरोना वायरस (Corona Virus) से प्रभावित छठा सबसे बड़ा देश है. ऐसे में यहां रह रहे अफगानिस्तान (Afghanistan) के लोग अपने देश लौट रहे हैं. 8 मार्च से 21 मार्च तक ईरान से करीब 1.15 लाख लोग लौट चुके हैं. इनमें से सिर्फ 10 फीसदी लोगों की ही स्क्रीनिंग हुई है. ऐसे में देशभर में फैले इन लाखों लोगों को 'कोरोना का सुपरस्प्रेडर' कहा जा रहा है. ये लोग हेरात प्रांत के रास्ते प्रवेश कर रहे हैं. यहां अब तक 58 पॉजिटिव केस आए हैं. पूरे देश में 84 मामले आए हैं. इनमें 2 की मौत हो चुकी है.
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सवा लाख लोगों पर मंडरा रहा मौत का साया
स्वास्थ्य मंत्री फिरोजुद्दीन फिरोज के मुताबिक सरकार का अनुमान है कि ईरान से आए लोगों की वजह से देश में करीब 3.40 करोड़ लोगों पर कोराना का खतरा है. हालात काबू नहीं किए गए तो 1.10 लाख लोग मारे जाएंगे. इस आशंका के बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भीड़ न करने की अपील की है, लेकिन लोग नहीं मान रहे हैं. उधर, जापान, रूस और सिंगापुर जैसे कम प्रभावित देशों में भी सख्ती शुरू हो गई है. मॉस्को में फूड और दवा की दुकानों को छोड़कर बाकी प्रतिष्ठानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. अब तक दुनिया भर में 22 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
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भारत सरकार को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
ईरान पर मंडराते खतरे के बीच ईरान के कोम शहर में फंसे भारतीय शिया मुस्लिम समुदाय के लोगों को तुंरत राहत उपलब्ध कराने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी किया है. जस्टिस चन्दचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई की. वकील संजय हेगड़े ने ने एप्प के जरिये अपनी बात रखी. मामले कि अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी. कोर्ट ने इस दरम्यान सरकार को वहां फंसे लोगो को हरसम्भव मदद देने का निर्देश दिया है.
HIGHLIGHTS
- ईरान में कोरोना वायरस से 157 नई मौतें हुई हैं. यहां अब तक 2234 मौतें हो चुकी हैं.
- ईरान में करीब 1.15 लाख लोग लौट चुके हैं. इनमें सिर्फ 10 फीसदी की ही स्क्रीनिंग हुई.
- करीब 3.40 करोड़ लोगों पर कोराना का खतरा. हालात काबू नहीं किए तो 1.10 लाख मरेंगे.
Source : News State