सीरिया और तुर्की के बीच लगातार बनाव बढ़ता जा रहा है. सीरिया के इदलिब प्रांत में हवाई हमले में तुर्की के 33 सैनिक मारे जाने के बाद तुर्की ने जवाबी कार्रवाई में सीरिया के 45 सैनिकों को मारने का दावा किया है. दोनों देशों के बीच एयर स्ट्राइक की वजह से रूस और तुर्की में तनाव चरम पर पहुंच गया है. दरअसल, सीरिया में बशर-अल-असद सरकार को रूस का समर्थन हासिल है और दोनों मिलकर सीरियाई राष्ट्रपति के विरोधी लड़ाकों के खिलाफ अभियान में शामिल हैं. उधर, तुर्की ने तनाव कम करने के लिए इस हमले का आरोप असद पर लगाया है और मॉस्को से तनाव कम करने के लिए बातचीत शुरू कर दी है.
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तुर्की-सीरिया में लड़ाई का ये है कारण
दोनों देशों के बीच मामला बढ़ने के बाद तुर्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इदलिब को नो फ्लाई जोन घोषित करने की मांग की है. बता दें कि यहां मौजूद लड़ाकों को तुर्की का समर्थन हासिल है और असद के लिए यही सिरदर्द का कारण है. असद को पूरे सीरिया पर नियंत्रण के लिए इस इलाके पर कब्जा करना जरूरी है, लेकिन तुर्की के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है. गुरुवार को तुर्की के समर्थन वाले लड़ाकों ने फिर से हमला किया था. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए रूस ने कहा है कि उसके दो जंगी जहाज इस्तांबुल के नजदीक है.
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तुर्की की आपात बैठक, एर्दोआन को US का समर्थन
2018 के एक समझौते के अनुसार रूस को इदलिब में शांति लानी थी, तुर्की की उस क्षेत्र में 12 पर्यवेक्षक चौकियां हैं लेकिन इनमें से अधिकांश चौकियों पर सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेना हमला करती रही है. तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने इदलिब हमले के बाद अंकारा में आनन-फानन में आपात बैठक बुलाई. एर्दोआन के शीर्ष प्रेस सहायक फहरेत्तिन अल्तुन ने बताया कि तुर्की की सेना ने हवाई हमले के बाद सीरिया सरकार के सभी ज्ञात ठिकानों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की. इस ताजा हमले का मतलब है कि इस महीने इदलिब में तुर्की के 53 सैनिक मारे जा चुके हैं.
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संयुक्त राष्ट्र ने दी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र ने इन हमलों को रोकने की चेतावनी दी है. इस वैश्विक संस्था ने कहा कि अगर हमले नहीं रोके गए तो 2011 से चल रहा यह संघर्ष सबसे बुरे मानवीय त्रासदी में बदल सकता है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह संघर्ष वाले इलाके में एक मिशन भेजने की योजना बना रहे हैं. डिप्लोमेट्स ने बताया कि इदलिब मिशन अगले सप्ताह शुरू हो सकता है. संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से तत्काल सीजफायर करने का अह्वान किया ताकि स्थिति हाथ से न निकले.
Source : News Nation Bureau