पिछले हफ्ते इराक में अमेरिकी बेस पर ईरान की ओर से किए गए हमले में अमेरिका के 11 सैनिक घायल हुए हैं. समाचार एजेंसी एएफपी ने अमेरिका के सेंट्रल कमांड के हवाले से यह जानकारी दी है. इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि ईरान के हमले में किसी भी अमेरिकन को नुकसान नहीं पहुंचा है. इराक की ओर से वहां के पीएम के प्रवक्ता ने बताया कि तेहरान (Tehran) से पीएम अब्देल को ईरान से फोन आया था, जिसमें बताया गया कि अपने टॉप जनरल (Top General) की हत्या का बदला लेने के लिए जवाबी कार्रवाई की जाएगी. इराकी पीएम की ओर से यह भी कहा गया कि फोन पर यह बताया गया कि अमेरिकी सेना (American Military) के ठिकानों को ही निशाना बनाया जाएगा, लेकिन कहां हमला होगा, यह स्पष्ट नहीं किया गया. बताया गया कि इराक ने अमेरिका को यह जानकारी लीक कर दी थी, जिसके बाद अमेरिका (America) सचेत हो गया था.
यह भी पढ़ें : CAA NRC Protest : पैसे लेकर धरने वाले Viral Vidoe पर शाहीन बाग की महिलाओं ने कही ये बात
यह भी कहा गया कि अमेरिका के आधुनिक डिटेक्शन सिस्टम के चलते सैनिकों को पहले ही मिसाइल हमले की चेतावनी मिल गई थी, जिससे वे बंकर में छिप गए. एक अधिकारी ने यह भी बताया कि अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के जरिए इराक में मौजूद अमेरिकी सैनिकों को खतरे के बारे में आगाह कर दिया गया था. अमेरिका के मेरीलैंड स्थित फोर्ट मेड बेस पर मिसाइलों की लॉन्चिंग को लेकर रियल टाइम जानकारी इकट्ठा की जाती हैं. अमेरिकी रक्षा सूत्रों का कहना है कि मिसाइलें 600 मील दूर थीं, तभी सैनिकों को चेतावनी मिल गई थी. फिर भी अमेरिका के 11 सैनिकों के घायल होने की खबरें आ रही हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी बुधवार को किए गए प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि ईरानी हमले में किसी अमेरिकी सैनिक को नुकसान नहीं पहुंचा है. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, वॉर्निंग सिस्टम से हमें पहले ही खबर मिल गई थी. अमेरिकी सैनिक बेस को थोड़ा नुकसान हुआ है. डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा, सुलेमानी ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया था. सुलेमानी ने ही आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी और उसने गृहयुद्ध जैसे हालात बनाए थे.
यह भी पढ़ें : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ सीनेट में महाभियोग प्रक्रिया शुरू
ट्रंप ने यह भी कहा कि ईरान आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले प्रमुख देशों में से एक है. ईरानी आतंकी सुलेमानी को मेरे आदेश पर मार गिराया गया था. सुलेमानी ने गृहयुद्ध, आतंकी घटनाओं, इराक में अमेरिकी एंबेसी पर हमले और आतंकियों की ट्रेनिंग जैसे कई कामों को अंजाम दिया है. सुलेमानी को बहुत पहले ही मार गिराया जाना चाहिए था.
Source : News Nation Bureau