रूस के विध्वंसक तैयारियों के बीच नाटो ने भी युद्धभ्यास का ऐलान कर दिया है. नाटो 13 अक्टूबर यानी सोमवार से न्यूक्लियर एक्सरसाइज करेगा.
रूस के विध्वंसक तैयारियों के बीच नाटो ने भी युद्धभ्यास का ऐलान कर दिया है. नाटो 13 अक्टूबर यानी सोमवार से न्यूक्लियर एक्सरसाइज करेगा. इस अभ्यास का एक अहम हिस्सा हथियारों के इस्तेमाल से पहले उनकी सुरक्षा पर केंद्रित होगा. इसे रूस के खिलाफ नाटो का न्यूक्लियर युद्ध अभ्यास माना जा रहा है. पुतिन की परमाणु हथियार का परीक्षण करने की धमकी के बाद रूस और नाटो में तनाव चरम पर पहुंच गया है.
नाटो देश भी सतर्क हो गए
पुतिन के इस ऐलान से अमेरिकी रक्षा मुख्यालय, पेंटागन में हड़कंप मच गया है और यूरोपीय देशों में चिंता बढ़ गई है. नाटो को डर है कि पुतिन अपनी विध्वंसक मिसाइलों का मुंह उसकी तरफ मोड़ सकते हैं. उनके क्रोध की जद में पूरा यूरोप आ सकता है. इसीलिए नाटो देश भी सतर्क हो गए हैं.
फिनलैंड और पोलैंड लड़ाकू विमान भेज रहे
संयुक्त युद्धाभ्यास की तैयारियों में जुट गए हैं. रूस से टेंशन के बीच नाटो की न्यूक्लियर एक्सरसाइज सोमवार से शुरू हो रही है. जिसकी अगुवाई नीदरलैंड कर रहा है. खास बात यह है कि इस एक्सरसाइज में अमेरिका भी मदद कर रहा है. बताया जा रहा है कि इस युद्धाभ्यास में अमेरिका पारंपरिक या परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. F35 जेट ईंधन भरने वाले विमान और अन्य सहायक विमान उपलब्ध करा रहा है. फिनलैंड और पोलैंड लड़ाकू विमान भेज रहे हैं. युद्धाभ्यास में इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण, टोही और खुफिया प्रणालियों का भी इस्तेमाल किया जाएगा. इसे रूस के खिलाफ नाटो का न्यूक्लियर युद्धाभ्यास माना जा रहा है.