Jay Bhattacharya: कोरोना को फैलने दो बोलने वाले भट्टाचार्य अब विकसित करेंगे वैक्सीन-दवाईयां, WHO भी कर चुका है विरोध

Jay Bhattacharya: अमेरिका के डॉ. जय भट्टाचार्य को डोनाल्ड ट्रंप ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का डायरेक्टर बनाया है. यह वही डॉक्टर हैं, जिन्होंने कहा था कि कोरोना को खुला छोड़ देना चाहिए.

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Jalaj Kumar Mishra
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Jay Bhattacharya (File)

Jay Bhattacharya: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. वे अपनी सरकार के लिए नई नियुक्तियां कर रहे हैं. इस दौरान, ट्रंप ने कई हिंदुओं पर भरोसा जताया है. ट्रंप ने अब एक और हिंदू को बड़ी जिम्मेदारी दे दी है. अमेरिका के फिजीशियन और इकोनॉमिस्ट डॉ. जय भट्टाचार्य (Jay Bhattacharya) को ट्रंप ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का डायरेक्टर बनाने का फैसला किया है. जय भट्टाचार्य को अमेरिका के प्रमुख मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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एनआईएच के डायरेक्टर के रूप में भट्टाचार्य के पास 27 संस्थानों की जिम्मेदारी होगी. यह संस्थान महामारी के लिए वैक्सीन और नई दवाईयां विकसित करती हैं. भट्टाचार्य ने एक्स पर पोस्ट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा डायरेक्टर चुने जाने पर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं. अमेरिकी वैज्ञानिक संस्थानों में हम सुधार करेंगे, जिससे वे दोबारा भरोसेमंद बन सकें. अमेरिका को दोबारा स्वास्थ्य बनाने के लिए हम विज्ञान का बेहतर इस्तेमाल करेंगे. 

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कोरोना को फैलने देना चाहिए

बता दें, जय 1968 में कोलकाता में पैदा हुए थे. 1997 में उन्होंने प्रसिद्ध स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन से एमडी की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने साल 2000 में इकोनॉमिक्स में पीएचडी किया. भट्टाचार्य 'ग्रेट बैरिंगटन घोषणापत्र' के तीन प्रमुख लेखकों में से एक हैं. घोषणापत्र 2020 में कोरोनाकाल में जारी किया गया था. घोषणा पत्र में कहा गया था कि हेल्दी लोगों के बीच वायरस को फैलने देना चाहिए. ऐसा वायरस के खिलाफ नैचुरल इम्युनिटी विकसित की जा सकती है.

मास्क-वैक्सिनेशन और लॉकडाउन का किया विरोध 

अपने इस बयान से भट्टाचार्य सुर्खियों में आए थे. कोविड-19 के दौरान, भट्टाचार्य ने सरकार की नीतियों की खूब आलोचना की थी. उन्होंने सरकार के मास्क और लॉकडाउन लगाने वाले फैसले का भी विरोध किया था. उन्होंने वैक्सीनेशन कंपलसरी करने वाले सरकार के फैसले का विरोध किया था. उनका कहना था कि सरकार के टीकाकरण वाले फैसले के कारण लोगों को परेशानी हो रही है. डब्ल्यूएचओ सहित कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ भट्टाचार्य के बयान की आलोचना कर चुके हैं.  

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स्वास्थ्य सचिव ने जताया ट्रंप का आभार 

भट्टाचार्य 56 साल के हैं. वे रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के साथ मिलकर काम करेंगे. ट्रंप ने जूनियर को हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया है. रॉबर्ट ने भट्टाचार्य की नियुक्ति पर ट्रंप का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस शानदार नियुक्ति के लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं.

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