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Jaishankar
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर अगर भारत को मिल जाता है तो कश्मीर का मुद्दा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा. ये कहना है विदेश मंत्री एस जयशंकर का. जयशंकर ब्रिटेन के दौरे पर हैं. उन्होंने इस दौरान, लंदन के चैथम हाउस थिंक टैंक के कार्यक्रम में पहुंचे. यहीं उन्होंने ये बात कही.
कार्यक्रम में जयशंकर से सवाल किया गया कि कश्मीर मुद्दे के लिए क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल कर सकते हैं. सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका की विदेश नीति में बदलाव उम्मीद के अनुसार है. कई मायनों में ये भारत के पक्ष में हैं. उन्होंने आगे कहा कि जहां तक बात कश्मीर की है तो हमने कश्मीर के अधिकतर मुद्दों का हल निकाल लिया है.
#WATCH | London | On being asked about the issues of Kashmir, EAM Dr S Jaishankar says, "In Kashmir, we have done a good job solving most of it. I think removing Article 370 was one step. Then, restoring growth, economic activity and social justice in Kashmir was step number two.… pic.twitter.com/uwZpotWggO
— ANI (@ANI) March 5, 2025
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना पहला कदम था. कश्मीर में विकास, आर्थिक विकास और सामाजिक न्याय को लागू करना दूसरा कदम था. प्रदेश में शांति से लोकसभा और विधानसभा चुनाव करवाना तीसरा कदम था. अब तक सारे कदम सफल हुए हैं. अब मुझे लगता है कि हम जिस हिस्से का इंतजार कर रहे हैं, वह है पीओके की वापसी. पाकिस्तान ने चोरी से उसे अपने पास रखा है. जिस दिन ये हो जाएगा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि कश्मीर का मामला हल हो जाएगा.
चीन से रिश्ते पर क्या बोले विदेश मंत्री
उनसे कार्यक्रम में पूछा गया कि भारत चीन के साथ कैसा रिश्ता चाहता है. इस सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि हमारे बीच बहुत ही अनोखा रिश्ता है. हम दुनिया के दो ऐसे देश हैं, जिनकी आबादी एक अरब से अधिक है. हम दोनों का इतिहास बहुत प्राचीन है. आज हम दोनों आगे बढ़ रहे हैं. हम पड़ोसी भी हैं. हम स्थिर संबंध चाहते हैं. जहां हमारे हितों का सम्मान किया जाए.
ब्रिटिश विदेश मंत्री से की मुलाकात
ब्रिटेन दौरे के दौरान, जयशंकर ने तीन मार्च को ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी से मुलाकात की. उन्होंने भारत-ब्रिटेन संबंधों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने इंग्लैंड के केंट स्थित शेवेनिंग हाउस में बैठक की. दोनों नेताओं ने इस दौरान, आपसी संबंधों को सुधारने और रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए चर्चा की.