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भारत-ब्रुनेई राजनयिक संबंध को 40 साल पूरे
ASEAN: भारत के विदेश मंत्री लाओस की यात्रा पर हैं. आसियान की बैठक में शामिल होने के लिए जयशंकर लाओस पहुंचे हैं. शुक्रवार को उन्होंने रूस, ब्रुनेई, न्यूजीलैंड और लाओस के विदेश मंत्रियों के साथ मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने शिक्षा से लेकर कृषि प्रौद्योगिकी सहित अन्य द्विपक्षीय पहलुओं पर चर्चा की. रूसी विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने जयशंकर से आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की.
विदेश मंत्री जयशंकर ने न्यूजीलैंड के उप प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स के साथ भी आसियान बैठक के दौरान मुलाकात की. द्विपक्षीय मुलाकात के बाद जयशंकर ने एक्स पर कहा कि पीटर्स से मिलना हमेशा सुखदायक होता है. हमने क्रिकेट, शिक्षा, कृषि और प्रशांत द्वीप समूह को लेकर चर्चा की.
My remarks at the Opening Session of the ASEAN-India Foreign Ministers Meeting in Vientiane today. pic.twitter.com/Il850j6Su7
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 26, 2024
भारत-ब्रुनेई राजनयिक संबंध को 40 साल पूरे
ब्रुनेई के विदेश मंत्री दातो हाजी एरीवन के साथ भी जयशंकर ने द्विपक्षीय बैठक की. दोनों नेताओं ने भारत-ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मनाई. जयशंकर ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे संबंध और मधुर और मैत्रीपूर्ण होंगे. लाओस के गृहमंत्री विलायवो एनजी बौड्डाखम के साथ भी जयशंकर ने मुलाकात की.
Very happy to meet Brunei FM Dato Haji Erywan today in Vientiane.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 26, 2024
Launched the logo celebrating 40 years of our diplomatic relations. Confident that our warm and friendly ties will prosper further. pic.twitter.com/LENj33nR3A
जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री से की मुलाकात
एक दिन पहले, जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ भी मुलाकात की थी. द्विपक्षीय वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-चीन सीमा विवाद पर बात की. उन्होंने चीनी नेता से एलएसी सहित अन्य समझौतों का सम्मान करने की बात की. जयशंकर ने कहा कि संबंधों को स्थिर करना दोनों देशों के लिए जरूरी है. सीमा के रिश्तों पर ही हमारे रिश्ते निर्भर करते हैं. हमारे रिश्तों में भी दिखेगा.