US-India: अमेरिका ने द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी टीआरएफ को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है. विदेश मंत्री एस जयंशकर ने इस पर अब प्रतिक्रया दी है. उन्होंने इसके लिए अमेरिका का आभार जताया और कहा कि इस फैसले ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि भारत-अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ साथ में खड़े हैं. जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट करके अमेरिकी स्टेट सेक्रेटरी मार्को रुबियों की प्रशंसा की. टीआरएफ वही आतंकी संगठन है, जिसने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी.
एक्स पर पोस्ट करते हुए जयशंकर ने लिखा कि भारत-अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ साथ में खड़े हैं. इसकी एक बार फिर से पुष्टि हुई है. मार्को रुबियो और अमेरिका का आभार. उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि संगठन टीआरएफ को विदेशी आतंकवादी संगठन और विशेष रूप से डेजिग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है.
US-India: विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के फैसले का किया स्वागत
विदेश मंत्रालय ने भी अमेरिका के फैसले के बाद आधिकारिक बयान जारी किया. भारत ने अमेरिका की सराहना की और अमेरिका के फैसले का स्वागत किया. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि भारत सरकार, अमेरिकी विदेश विभाग के टीआरएफ को विदेशी आतंकी संगठन और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के फैसले का स्वागत करती है. इस मामले में हम विदेश सचिव मार्को रुबियो के नेतृत्व की प्रशंसा करते हैं.
US-India: TRF को लेकर क्या बोले मार्को रुबियो
बता दें, पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बात हुई थी. उन्होंने कहा था कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में भारत के साथ खड़ा है. अब अमेरिका के विदेश सचिव ने बयान जारी करके कहा कि टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से ठीक है. उन्होंने कहा कि हमारा फैसला आतंक के खिलाफ अमेरिका की प्रतिबद्धता को दिखाता है.