इस्राइल और हमास के बीच करीब डेढ़ साल से युद्ध हो रहा है. युद्ध से इस्राइल और फलस्तीन दोनों ही देशों को नुकसान हुआ है. लेकिन गाजा में अगले 24 घंटे बहुत अहम हैं. हमास के चंगुल में फंसे इस्राइली और विदेशी नागिरकों की रिहाई हो सकती है और युद्ध रुक सकता है.
ट्रंप और बाइडन दोनों के प्रतिनिधि हुए शामिल
रविवार रात शांति वार्ता खत्म हुई. सोमवार को समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया. समझौते का अंतिम स्वरूप इस्राइल और हमास दोनों पक्षों के नेतृत्व को भेज दिया गया है. गाजा युद्ध विराम के लिए हुई अंतिम दौर की बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. कतर के प्रधानमंत्री शेख मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी भी शांति वार्ता के अंतिम दौर में शामिल हुए. अमेरिकी, कतरी और मिस्र के अधिकारियों ने दोनों पक्षों की मध्यस्थता की.
कतर के विदेश मंत्री ने नहीं की कोई टिप्पणी
मामले में कतर के विदेश मंत्रालय ने कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने साफ इनकार कर दिया है. बैठक में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि अगले 24 घंटे बहुत महत्वपर्ण हो सकते हैं.
हमास बंधकों को छोड़ने को तैयार
सूत्रों की मानें तो बंधकों की रिहाई के लिए हमास तैयार हो गया है. इस्राइली सरकार इसके बदले में फलस्तीनियों कैदियों को जेल से आजाद करने के लिए सहमत हो गई है. हालांकि, शांतिवार्ता के समझौते का मुख्य हिस्सा गाजा में स्थायी युद्ध विराम और इस्राइली सेना की गाजा को खाली करने की हमास की मांग है. समझौते में इन बिंदुओं पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई और यही बिंदु सबसे अहम है.
युद्ध में अब तक 42 हजार से अधिक लोगों की मौत
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस्राइल के हमले में 42 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है. मृतकों 16 हजार से अधिक तो सिर्फ बच्चे हैं. एक लाख लोग घायल है तो 10 हजार लोग लापता हो गए हैं. हैं. वहीं, इस्राइल में अब तक 1,139 लोगों की मौत हुई है.