इजरायल ने रमजान और पासओवर के दौरान गाजा में सीजफायर के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार को इस बात की जानकारी दी. इजरायली पीएमओ के अनुसार, देश ने गाजा में युद्धविराम को अस्थायी रूप से बढ़ाने को लेकर अमेरिका के प्रस्ताव को मान लिया है. इसकी वजह है कि हमास के साथ पहले चरण का युद्धविराम खत्म हो चुका है.
इज़रायल-हमास संघर्षविराम
पहले चरण यानि 42 दिनों का संघर्षविराम के खत्म हो चुका है. अब इसे आगे बढ़ाया गया है. इजरायल ने अमेरिका मध्य-पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. इसमें मुस्लिमों के पवित्र माह रमजान और यहूदी त्योहार पासओवर को सामने रखा गया था. इस दौरान हमास पहले चरण के विस्तार को खारिज करके संघर्षविराम के दूसरे चरण में जाने पर जोर लगा रहा है. दूसर चरण में बचे हुए बंधकों की रिहाई और गाजा में युद्ध का स्थायी अंत जुड़ा होगा.
मिस्र ने संघर्षविराम को लेकर की अपील
इस दौरान विदेश मंत्री बद्र अब्देलाती ने संघर्षविराम समझौते को पालन करने की गुजारिश की है. उन्होंने इजरायल और हमास दोनों से अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की अपील की. मिस्र सोमवार को अरब विदेश मंत्रियों की एक बैठक की मेजबानी करने वाला है. ये अगले दिन होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले होने वाला है. इस बैठक में गाजा के पुनर्निर्माण की योजना को तैयार किया जाएगा. मिस्र अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान कि गाजा पर कब्जा करने और फिलिस्तीनियों को किसी और जगह पर बसाने का समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है.
सप्लाई एंट्री को स्थगित किया
दूसरी ओर इजरायल ने गाज़ा में अहम सामान की सप्लाई की एंट्री को स्थगित किया है. इस क्षेत्र में घातक हमलों की सूचना आई है. पीएम कार्यालय की ओर से एक बयान सामने आया है, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फैसला लिया है कि 2 मार्च की सुबह से गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं और आपूर्ति के प्रवेश को निलंबित किया जाएगा.