गाजा में शनिवार को इस्राइल ने एक बार फिर से हमला कर दिया. इस्राइली हमले में नौ फलस्तीनियों की मौत हो गई. इसमें तीन पत्रकार भी थे. हमला उत्तरी गाजा के बीत लाहिया शहर में किया गया. हमला ऐसे वक्त में किया गया, जब इस्राइल और हमास के बीच दूसरे चरण के युद्ध विराम के लिए वार्ता चल रही थी. हालांकि, बैठक बेनतीजा रही.
बता दें, बैठक में हमास ने प्रस्ताव रखा था कि अगर युद्ध विराम के लिए बात आगे बढ़ती है तो वह इस्राइली-अमेरिकी नागरिकता वाले बंधक एडेन एलेक्जेंडर और चार बंधकों के शवों को इस्राइल के सुपुर्द कर देगा.
इस्राइल ने हमले का कारण नहीं बताया
गौरतलब है कि गाजा में 19 जनवरी से छह सप्ताह के लिए युद्ध विराम का प्रथम चरण लागू हुआ था. प्रथम चरण दो मार्च को खत्म हो गया था. प्रथम चरण खत्म होने से पहले ही दोनों पक्षों के बीच दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू हो गई थी पर अब तक दोनों पक्षों के बीच बात नहीं बनी है. हालांकि, इस बीच इस्राइली सेना कभी-कभार गाजा में हमले करती रही. इस्राइल ने अब तक इस हमले का कारण नहीं बताया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 जनवरी से अब तक इस्राइली हमलों में 150 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है.
हमास ने की हमले की आलोचना
वहीं, हमास ने इस हमले को युद्ध विराम की शर्तों का उल्लंघन बताया है. हमास ने मध्यस्थों से इसका विरोध किया है. हमास ने उनसे अनुरोध किया है कि वे इस्राइल की हरकतों को रोकें. बता दें, इस्राइल और हमास के बीच शांति के लिए अमेरिका, कतर और मिस्र मध्यस्थ की भूमिता निभा रहे हैं.
गाजा को हुआ भारी नुकसान
इस्राइल और हमास के बीच हुए युद्ध में गाजा पूरी तरह तबाह हो गया है. सात अक्टूबर 2024 को युद्ध का एक साल पूरा हुआ, लेकिन तब तक गाजा की 80% वाणिज्यिक सुविधाएं नष्ट हो चुकी थीं. 87% स्कूल बर्बाद हो गए. 1,75,000 इमारतें या तो नष्ट हो गईं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं. गाजा में युद्ध से पहले 36 अस्पताल थे, लेकिन अब केवल 17 ही बचे हैं. गाजा का 68% सड़क नेटवर्क और कृषि भूमि पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं.
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