अमेरिका ने रविवार को ईरान पर बड़ी कार्रवाई करते हुए फोर्डो परमाणु केंद्र को निशाना बनाया. ऐसा दावा किया जा रहा है कि अमेरिका की ओर से इस केंद्र पर दोबारा से अटैक किया गया है. अभी तक इस हमले हुए नुकसान का आकलन नहीं किया गया है. इस दौरान इजराइल का कहना है कि वह इन ठिकानों पर हवाई हमले जारी रखेगा. ईरानी मीडिया के मुताबिक यह हमले ठीक उसी जगह पर हुए हैं, जहां पर पहले अमेरिका हमला कर चुका है. कुछ रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों में उन ठिकानों के आसपास रहने वालों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. इस बीच ईरान ने कहा कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को नहीं रोकेगा.
ईरान के उप विदेश मंत्री रवांची ने अमेरिका की ओर किए गए हमले की आलोचना की. उन्होंने इसे गंभीर अपराध बताया. इसके साथ ही ईरान ने अमेकिा और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेताया है. उसके देश पर किए हमले के बाद अब सेना को खुली छूट दी गई है.
ईरान परमाणु ठिकानों को पहुंचा भारी नुकसान
न्यूक्लियर संयंत्रों पर नजर रखने वाली संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसी ने अमेरिका की ओर से किए हमलों पर कहा कि इन हमलों से काफी नुकसान हुआ. एजेंसी के प्रमुख मारियानो ग्रॉसी के अनुसार, अमेरिका की ओर से जिस तरह से बंकर बस्टर बमों का उपयोग किया गया है. उनसे ईरान के इन परमाणु ठिकानों में काफी नुकसान होने की आशंका है.
ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को ध्वस्त किया
आपको बता दें इजराइल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका भी कूद पड़ा है. अमेरिका ने आपरेशन मिड नाइट हैमर के माध्यम से खतरनाक बम वर्षक विमानों से ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए बमों को बरसाया है. मगर अमेरिका का कहना है कि वह युद्ध नहीं चाहता, लेकिन ईरान ने इस हमले पर पलटवार किया तो उसे भारी नुकसान झेलना पड़ेगा. इस हमले के बाद ईरान का दावा था कि अमेरिका ने मिसाइलों और बंकर बस्टर बमों के माध्यम से परमाणु केंद्रो को निशाना बनया. इस उसने अमेरिकी संपत्तियों को निशाना बनाने और इजराइल पर बड़े हमले की बात कही है.