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Operation Sindoor: भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकाने नूर खान एयरबेस पर जोदरादर हमला किया था. इस हमले ने पूरे पाकिस्तान को हिला कर रख दिया था. खास बात यह है कि भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को ऐसे तबाह किया कि पाक अब तक इन जख्मों को भरने में जुटा है. खास तौर पर उसके नूर खान एयरबेस को लेकर. यह एयरबेस इस्लामाबाद से मात्र 25 किलोमीटर दूर स्थित है और पाकिस्तान वायुसेना का एक अहम केंद्र माना जाता है.
भारत ने इस कार्रवाई का मकसद पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकियों और उनके आकाओं को कड़ी सजा देना था. इस हमले में एयरबेस के अंदर खास मिलिट्री वाहनों को निशाना बनाया गया था, जिनमें दो विशेष ट्रक शामिल थे, जिन्हें ड्रोन कमांड और कंट्रोल सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था. इस हमले के चार महीने बाद तक पाकिस्तान इस एयरबेस को खड़ा नहीं कर पाया है.
नूर खान एयरबेस की क्षति और पुनर्निर्माण कार्य
हमले में नूर खान एयरबेस की कई इमारतें और सैन्य उपकरण गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे. एयरबेस के आस-पास की कुछ इमारतों को भी नुकसान पहुंचा था, जिन्हें बाद में सुरक्षा कारणों से ध्वस्त कर दिया गया. इस हमले ने एयरबेस के इंटर्नल सिस्टम, वायरिंग और सुरक्षा नेटवर्क को भी काफी प्रभावित किया था.
हाल ही में जारी हुई नई सैटलाइट तस्वीरों से पता चला है कि पाकिस्तान ने इस एयरबेस की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. जियो इंटेलिजेंस एक्सपर्ट डेमियन साइमन के अनुसार, एयरबेस की क्षतिग्रस्त जगहों पर पुनः निर्माण का काम तेजी से चल रहा है ताकि इसे जल्द से जल्द पूरी क्षमता के साथ वापस चालू किया जा सके.
हमला किस मिसाइल से हुआ था?
भारत ने इस हमले में किस प्रकार की मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था, इसका आधिकारिक खुलासा नहीं किया है. हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस या स्कैल्प मिसाइलों का उपयोग किया गया होगा. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने सुखोई 30 विमानों से ब्रह्मोस मिसाइलें दागी थीं, जबकि राफेल फाइटर जेट से स्कैल्प मिसाइलें छोड़ी गई थीं. यह मिसाइलें उच्च सटीकता और दूरगामी मारक क्षमता के लिए जानी जाती हैं.
नूर खान एयरबेस का सैन्य महत्व
नूर खान एयरबेस पाकिस्तान की वायुसेना का एक प्रमुख हवाई ठिकाना है. यह एयरबेस पाकिस्तानी आर्मी के मुख्यालय के बेहद करीब स्थित है. यहां से साब एरिये एयरबोर्न अर्ली वार्निंग सिस्टम संचालित किया जाता है, जो पाकिस्तानी वायु सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसके अलावा, IL-78 ईंधन भरने वाले विमान और सी-130 ट्रांसपोर्ट विमान भी इसी बेस पर तैनात रहते हैं, जो पाकिस्तान की हवाई सैन्य क्षमता को बढ़ाते हैं.
भारत के इस सटीक और प्रभावी हमले ने पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचाया था. लेकिन पाकिस्तान ने इसके तुरंत बाद एयरबेस की मरम्मत शुरू कर दी है, जिससे यह क्षेत्र जल्द ही फिर से अपने सैन्य कर्तव्यों को निभाने लगेगा. यह घटना क्षेत्रीय सुरक्षा और सैन्य रणनीतियों के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है और इसके प्रभाव लंबे समय तक देखने को मिल सकते हैं.
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