पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के जरिए गहरी चोट दी. सात मई को पाक में मौजूद उसके नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इससे संघर्ष बढ़ गया और यह युद्ध की ओर बढ़ रहा था. तभी 10 मई को सोशल मीडिया पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने सीजफायर का ऐलान कर दिया. सीजफायर को लेकर अमेरिका राष्ट्रपति दावा कर रहे हैं कि उन्होंने यह मध्यस्था कराई है. इस बीच सऊदी अरब में ट्रंप ने बड़ा दावा किया.
मुझे युद्ध पसंद नहीं है: ट्रंप
हाल ही सऊदी अरब में अमेरिकी-सऊदी निवेश फोरम में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "...मेरी सबसे बड़ी उम्मीद शांति स्थापित करने वाला और सबको एक करने वाला बनना है. मुझे युद्ध पसंद नहीं है...कुछ ही दिन पहले, मेरे प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए ऐतिहासिक युद्धविराम सफलतापूर्वक करवाया. मैंने काफी हद तक व्यापार का इस्तेमाल किया. मैंने कहा कि चलो एक सौदा करते हैं, चलो कुछ व्यापार करते हैं. चलो परमाणु मिसाइलों का व्यापार नहीं करते, चलो उन चीजों का व्यापार करते हैं जिन्हें आप इतनी खूबसूरती से बनाते हैं..."
भारत-पाकिस्तान के बीच आपसी समझ पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "..दोनों देशों के पास बहुत शक्तिशाली, मजबूत और चतुर नेता हैं. यह सब रुक गया है और उम्मीद है कि यह ऐसे ही रहेगा. वे (भारत-पाकिस्तान) वास्तव में साथ मिल रहे हैं. शायद हम उन्हें साथ में लाकर एक अच्छा डिनर भी करा सकें. उस संघर्ष में लाखों लोग मारे जा सकते थे जो छोटे से शुरू हुआ और दिन-ब-दिन बड़ा होता जा रहा था."
142 अरब डॉलर के रक्षा समझौते किए
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति सऊदी अरब के दौरे पर हैं. इस दौरान अमेरिका और सऊदी अरब ने करीब 142 अरब डॉलर के रक्षा समझौते किए हैं. व्हाइट हाउस ने इस डिफेंस डील की पुष्टि की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को सऊदी अरब के साथ एक रणनीतिक आर्थिक समझौते पर हस्ताक्षर किया. ट्रंप ने खाड़ी देशों की यात्रा की शुरुआत की. रियाद में ट्रंप के स्वागत के लिए खास इंतजाम किए गए. उनका स्वागत सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने किया.