पाकिस्तान सरकार के लिए बलूच लिबरेशन आर्मी सिरदर्द बन चुकी है. बीएलए ने पाकिस्तान की जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया है. इस मामले में करीब 214 पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बना बनाया गया है. वहीं करीब 20 को मौत के घाट उतार दिया गया. बोलन में बीएलए के लड़ाकों ने ट्रेन हाईजैक को अंजाम दिया. यह घटना पाकिस्तान के लिए बड़ी हार है. इसमें सेना कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर सकती है. उसके सामने बीएलए ने कई मांगों को रखा है. अब देखना है कि शाहबाज सरकार इस मामले से कैसे निपटती है?
जानें कैसे किया हाईजैक
जाफर एक्सप्रेस एक यात्री ट्रेन है. ये ट्रेन 1998 से क्वेटा से पेशावर के बीच चल रही है. रोज की तरह ये ट्रेन मंगलवार को भी क्वेटा से निकली. बोलन जिले में पहुंचने पर उसे हाईजैक किया गया. बीएलए के मुताबिक उनके लड़ाकों ने सुरंग में ट्रैक को उड़ा दिया. इसके कारण ट्रेन के ड्राइवर को गाड़ी रोकनी पड़ गई. ट्रेन जैसे ही सुरंग में रुकी, उसे बलूच के लड़ाकों ने अगवा कर लिया. इस दौरान 20 जवानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. ट्रेन के ड्राइवर को भी गोली लगी.
सेना की इतनी बड़ी मूवमेंट पर उठाया सवाल
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान को इस तरह की घटना होने की खुफिया सूचना पहले से ही थी. बलोचिस्तान में इस तरह की घटना को लेकर इनपुट भी मिले थे. लेकिन इस इनपुट को लेकर सतर्कता नहीं दिखाई गई. इसे एक इंटेलीजेंस फेल्योर की तरह देखा जा रहा है. इस तरह के सवाल उठ रहे हैं कि इतना बड़ा सेना का मूवमेंट एक पैसेंजर ट्रेन से क्यों कराया जा रहा था? इस बीच बीएलए का दावा है कि उसने 214 पाकिस्तानी सैन्य कर्मियों को बंधक बनाया हुआ है. उसने कैदियों की अदला-बदली के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. वहीं पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने अब 70 आतंकियों को मार गिराया है. अभी भी हवाई कार्रवाई जारी है. इसमें ड्रोन हमलों को भी शामिल किया गया है. बलोचिस्तान लंबे समय से आग में झुलस रहा है. पाकिस्तान सरकार यहां के लोगों पर जुल्म कर रही है. यहां के खनिजों का दोहन हो रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों के पास रोजगार के विकल्प नहीं हैं. उनकी डिमांड है कि वे पाकिस्तान से अलग होकर एक नया राष्ट्र का निर्माण करेंगे.