Hinduphobia Bill: अमेरिका में ‘हिंदूफोबिया (Hinduphobia)’ बिल को पेश करके उसे कानूनी जामा पहनाने की कोशिश हो रही है. यूएस में जॉर्जिया (Georgia) ऐसा पहला राज्य होने वाला है, जहां पर इस कानून को मान्यता मिलने वाली है. अगर यह Senate Bill 375 कानून बनता है तो यह अमेरिका में किसी भी राज्य की ओर से हिंदुओं के खिलाफ नफरत के अपराधों को चिन्हित करने के साथ उस पर कार्रवाई को तय करने वाला कानून होगा. जॉर्जिया का यह बिल अन्य राज्यों के लिए नजीर साबित होने वाला है.
बिल में 'हिंदूफोबिया' की स्पष्ट परिभाषा है क्या
बिल में 'हिंदूफोबिया' को परिभाषित किया गया है. इसमें कहा गया है कि हिंदू धर्म के प्रति शत्रुतापूर्ण, विध्वंसक और अपमानजनक रवैये के रूप में कार्रवाई होगी. इसके तहत राज्य और स्थानीय एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे मामलों में मौजूदा भेदभाव विरोधी कानून के तहत कार्रवाई करें.
दोनों दलों के सीनेटरों ने दिया समर्थन
इस बिल को किसी तरह के विरोध का सामना नहीं करना पड़ा. इसे रिपब्लिकन सीनेटर शॉन स्टिल (Shawn Still) और क्लिंट डिक्सन (Clint Dixon) के साथ डेमोक्रेटिक सीनेटर जेसन एस्टेव्स (Jason Esteves) और इमैनुएल डी. जोन्स (Emanuel D Jones) का संयुक्त समर्थन मिला है.
2023 में प्रस्ताव रखा
यह विधेयक अप्रैल 2023 में पारित उस प्रस्ताव (Resolution) का अगला कदम है, जिसमें जॉर्जिया की विधानसभा ने हिंदूफोबिया और हिंदू विरोधी घृणा की निंदा की गई थी. उस समय प्रस्ताव में हिंदू धर्म (Hinduism) को दुनिया के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक बताया गया और इसे मान्यता दी गई. इसके साथ अमेरिका में हिंदुओं के योगदान की भी सराहना की गई.
जॉर्जिया में भारतीय-अमेरिकी आबादी
2023-2024 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में करीब 25 लाख हिंदू (2.5 million Hindus) निवास करते हैं. यह कुल जनसंख्या के करीब 0.9 प्रतिशत है. इसमें 40,000 से ज्यादा हिंदू जॉर्जिया में निवास करते हैं. हिंदू संगठनों को उम्मीद है कि इस तरह का कदम पूरे अमेरिका में हिंदू विरोधी अपराधों पर लगाम लगाएगा. इसे रोकने में अहम भूमिका अदा करेगा.