गाजा वार और बढ़ते मानवीय संकट के बीच फिलिस्तीनी संगठन हमास ने शनिवार को दो टूक कहा कि वह तब तक हथियार नहीं छोड़ेगा जब तक एक स्वतंत्र और संप्रभु फिलिस्तीनी राष्ट्र स्थापित नहीं हो जाता, जिसकी राजधानी यरुशलम हो.
हमास ने एक बयान में कहा, “हमारी सशस्त्र प्रतिरोध की नीति केवल तभी खत्म हो सकती है जब फिलिस्तीनी जनता को उनके पूरे राष्ट्रीय अधिकार लौटाए जाएं, जिनमें सबसे अहम है. स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना.”
हमास हथियार डाल दे तो क्या होगा?
गाजा युद्ध में 60 दिन के संघर्षविराम और बंधकों की अदला-बदली को लेकर इजराइल और हमास के बीच चल रही परोक्ष बातचीत एक बार फिर बेनतीजा रही है. दोनों पक्षों के बीच कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई है. इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी शुक्रवार को हमास पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि अगर हमास हथियार डाल दे और बंधकों को रिहा कर दे तो गाजा का मानवीय संकट जल्द खत्म हो सकता है.
हमास को खत्म करना है आखिरी ऑप्शन
ट्रंप ने Truth Social पर लिखा, “गाजा में मानवीय संकट खत्म करने का सबसे तेज तरीका है कि हमास सरेंडर करे और बंधकों को रिहा करे.” ट्रंप ने यह भी कहा कि हमास वास्तव में कोई समझौता नहीं चाहता और उसे खत्म करना ही होगा. वहीं, फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री मोहम्मद मुस्तफा ने भी इस सप्ताह हमास से हथियार छोड़ने की अपील की थी.
उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी का प्रशासन फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) के हाथों में जाना चाहिए ताकि क्षेत्र में वैधता और व्यवस्था बहाल की जा सके. अब बड़ा सवाल यही है कि क्या अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद हमास अपने रुख में कोई बदलाव करेगा? या फिर गाजा में युद्ध और मानवीय त्रासदी और लंबी खिंच जाएगी?
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