Gaza Ceasefire: हमास और इजराइज के बीच गाजा में युद्धविराम को लेकर समझौता हुआ है. जिसके तहत हमास इजराइली बंधकों को छोड़ रहा है, वहीं इजराइल अपनी जेलों में बंद फिलिस्तीन के कई कैदियों को भी रिहा कर रहा है. लेकिन बंधकों की रिहाई में काफी वक्त लग रहा है. हमास का ये तरीका अमेरिका को पसंद नहीं आ रहा. इस बीच अमेरिका ने हमास को सभी बंधकों को तुरंत रिहा करने की चेतावनी दी है. दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बात को दोहराते हुए ये कहा है कि, हमास को अब सभी बंधकों को रिहा करना होगा.
शनिवार को रिहा किए गए तीन बंधक
बता दें कि हमास ने शनिवार को भी तीन बंधकों को रिहा किया. इसके बाद हमास की कैद में 490 दिन तक रहने के बाद एली और ऑर ओहद इजराइल स्थित अपने घर पहुंच गए. बंधकों को एक साथ रिहा न करने का हमास का ये तरीका अमेरिका को पसंद नहीं आ रहा. इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा है कि हमास को अब सभी बंधकों को तुरंत रिहा करना होगा.
IDF ने की बंधकों के रिहा होने की पुष्टि
इजरायल ने भी इस बात की पुष्टि की और बताया कि हमास ने बातचीत के बाद तीन बंधकों को रिहा कर दिया है. इस बारे में इजरायल के डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने शनिवार को जानकारी दी. शनिवार को जिन तीनों बंधकों को हमास ने रिहा किया उनमें ओहद बेन अमी, एली शराबी और ऑर लेवी का नाम शामिल है. जिन्हें हमास ने शनिवार को रेड क्रॉस को सौंप दिया. जहां से उन्हें इजरायल पहुंचाया गया. इजराइल पहुंचने के बाद तीनों बंधकों का आईडीएफ और शिन बेट बलों ने स्वागत किया.
हालांकि, हमास की कैद में रहने के चलते ये तीनों लोग काफी कमजोर नजर आए. उसके बाद तीनों को तुरंत प्रारंभिक चिकित्सा जांच के लिए भेजा गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब इन बंधकों को रिहा किया गया उससे पहले हमास ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें भाग लेने के लिए बंधकों को मजबूर किया गया. इस दौरान एक नकाबपोश हमास कार्यकर्ता ने भाषण दिया और उसके बाद तीन बंधकों को प्रमाण पत्र दिया गया, साथ ही मंच पर परेड भी कराई.
183 कैदियों को रिहा करेगा इजराइल
समझौते के तहत इजराइल को फिलिस्तीन के 183 कैदियों को रिहा करना होगा. इजरायल ने समझौते के तहत नेगेव में केजियोट जेल और वेस्ट बैंक में ओफर जेल से 183 फलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों को रिहा करने की तैयारी शुरू कर दी है. इन कैदियों में 18 ऐसे ही जिन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. जबकि 111 कैदी युद्ध के दौरान गिरफ्तार किए गए थे. वहीं 72 कैदी वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम से गिरफ्तार किए गए थे.