मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती ने हमास और इजरायल में युद्ध विराम के समझौते को लेकर फोन पर ईरानी और इतावली समकक्षों से फोन पर बातचीत की. मिस्र के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह सूचना दी. इस बातचीत को लेकर ईरानी विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची से अब्देलती ने कहा कि यह समझौता बिना किसी देरी के लागू हो.उन्होंने इस बातचीत में गाजा पट्टी को लेकर राहत और चिकित्सा मदद की तुरंत ओर स्थायी पहुंच के महत्व पर खास जोर दिया. अराघची ने भी मिस्र के प्रयासों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि गाजा में स्थिरता लाने को लेकर मिस्र की भूमिका अहम रही है.
क्षेत्रीय घटनाक्रम को लेकर खास चर्चा की
इसके अलावा, अब्देलती ने गाजा के पुनर्निर्माण, बुनियादी ढांचे के पुनर्वास और गाजा के निवासियों के लिए सुरक्षा को बहाल करने में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के महत्व को दोहराने का प्रयास किया. दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय घटनाक्रम को लेकर खास चर्चा की. यह चर्चा लाल सागर में बढ़ते तनाव को लेकर है.
अब्देलती ने उम्मीद जताई कि युद्ध विराम समझौते से न केवल गाजा में शांति आएगी. वहीं लाल सागर क्षेत्र में तनाव में कमी देखने को मिलेगी. इससे अंतर्राष्ट्रीय यातायात की स्वतंत्रता तय होगी.
मध्यस्थता भूमिका निभाई थी
इतालवी विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी के साथ हुई बातचीत में अब्देलती का कहना है कि मिस्र ने कतर और अमेरिका के साथ मिलकर इस समझौते को हासिल करने के लिए मध्यस्थता भूमिका निभाई थी. ऐसे युद्ध विराम समझौता सफल हुआ. वहीं कतर के पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने बुधवार को स्पष्ट किया कि दोहा में हमास और इजरायल के बीच लंबे संघर्ष पर समझौता हुआ.