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PM Modi Ethiopia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 से 17 दिसंबर तक इथियोपिया की राजकीय यात्रा पर हैं. इस दौरान वे राजधानी अदीस अबाबा में इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली से मुलाकात करेंगे और कई औपचारिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे. यह दौरा भारत-अफ्रीका संबंधों को नई दिशा देने के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक दक्षिण की भूमिका तेजी से बढ़ रही है. लेकिन इससे पहले जान लेते हैं उस देश के बारे में जहां पहली पीएम मोदी ने अपनी आमद दर्ज कराई है.
कौन हैं अबी अहमद अली?
इथियोपिया के बारे में जानने से पहले वहां के प्रधानमंत्री के बारे में भी जान लेते हैं. पीएम अबी अहमद अली की कहानी असाधारण है. उन्होंने सेना और खुफिया तंत्र से निकलकर राजनीति में कदम रखा और उस दौर में सत्ता संभाली, जब इथियोपिया गंभीर राजनीतिक संकट से जूझ रहा था. उनकी सैन्य पृष्ठभूमि ने उन्हें अनुशासित और निर्णायक नेता की छवि दी, जबकि शुरुआती सुधारों ने जनता में नई उम्मीद जगाई. शांति प्रयासों के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार भी मिला, जिसने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई.
After welcoming me at Addis Ababa airport, Prime Minister Dr. Abiy Ahmed Ali drove me to the Science Museum in the city. This Museum showcases different aspects of science and innovation and how they can be harnessed for Ethiopia’s progress.@AbiyAhmedAlipic.twitter.com/BKxxCBfKdk
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2025
शिक्षा और सैन्य करियर
अबी अहमद ने कंप्यूटर साइंस, नेतृत्व और अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा अदीस अबाबा विश्वविद्यालय समेत अन्य संस्थानों से प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने सैन्य प्रशिक्षण लेकर इथियोपियाई राष्ट्रीय रक्षा बल (ENDF) जॉइन किया. वे 1998–2000 के इथियोपिया–इरिट्रिया युद्ध में शामिल रहे और अपनी क्षमता के बल पर लेफ्टिनेंट कर्नल जैसे वरिष्ठ पद तक पहुंचे.
अफ्रीका का सबसे पुराना स्वतंत्र राष्ट्र
इथियोपिया केवल एक देश नहीं, बल्कि अफ्रीकी गौरव की मिसाल है. माना जाता है कि इसकी स्थापना ईसा पूर्व 980 में हुई थी. यह अफ्रीका का एकमात्र ऐसा देश है, जिस पर कभी किसी यूरोपीय शक्ति ने औपचारिक रूप से शासन नहीं किया. लगभग 13.2 करोड़ की आबादी के साथ यह नाइजीरिया के बाद अफ्रीका का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है.
जहां समय चलता है सात साल पीछे
इथियोपिया की सबसे अनोखी बात उसका कैलेंडर है. यह देश ग्रेगोरियन कैलेंडर से करीब सात साल पीछे चलता है. यहां साल में 13 महीने होते हैं-12 महीने 30 दिनों के और 13वां महीना 5 या 6 दिनों का. यही वजह है कि यहां क्रिसमस 7 जनवरी को और नया साल अलग तारीख पर मनाया जाता है.
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कॉफी ओरिजनल फैक्ट्री
दुनिया भर में पसंद की जाने वाली कॉफी की उत्पत्ति भी इथियोपिया में मानी जाती है. 9वीं शताब्दी की एक लोककथा के अनुसार, एक चरवाहे ने बकरियों को कॉफी फल खाने के बाद ऊर्जावान होते देखा बस फिर क्या था यहीं से कॉफी की कहानी शुरू हुई.
भूगोल, गर्मी और ऊंचाई के रिकॉर्ड
इथियोपिया का भूगोल बेहद विविध है रेगिस्तान, ज्वालामुखी, ऊंचे पठार और चट्टानों को काटकर बने चर्च. दानाकिल डिप्रेशन का डालोल दुनिया के सबसे गर्म आबादी वाले क्षेत्रों में है, जबकि अदीस अबाबा 2,335 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अफ्रीका की सबसे ऊंची राजधानियों में से एक है.
अदीस अबाबा: अफ्रीका की राजनीतिक धड़कन
अदीस अबाबा, जिसका अर्थ है 'नया फूल', केवल राजधानी नहीं बल्कि अफ्रीकी संघ का मुख्यालय भी है. परंपरा और आधुनिकता के इस संगम के कारण इथियोपिया भारत के लिए रणनीतिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण साझेदार बनता है.
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