दक्षिण-पूर्वी ताइवान में दो बार कांपी धरती, राजधानी ताइपे में भी दहशत

ताइवान के दक्षिण-पूर्वी हिस्से और ताइपे में आए 6.1 तीव्रता के भूकंप ने लोगों में दहशत फैला दी. सेंट्रल वेदर एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार, कम गहराई के कारण झटके ज्यादा तीव्र महसूस हुए. फिलहाल किसी बड़े नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

ताइवान के दक्षिण-पूर्वी हिस्से और ताइपे में आए 6.1 तीव्रता के भूकंप ने लोगों में दहशत फैला दी. सेंट्रल वेदर एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार, कम गहराई के कारण झटके ज्यादा तीव्र महसूस हुए. फिलहाल किसी बड़े नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

author-image
Ravi Prashant
New Update
taiwan earthquake

ताइवान भूकंप Photograph: (X/@willripleyCNN)

ताइवान के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों और राजधानी ताइपे समेत कई इलाकों में तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई है. झटके इतने मजबूत थे कि ताइपे में ऊंची इमारतें काफी देर तक हिलती रहीं, जिससे लोगों में डर और अफरा-तफरी का माहौल बन गया.

Advertisment

कम गहराई के कारण ज्यादा असर

ताइवान की सेंट्रल वेदर एडमिनिस्ट्रेशन और वैश्विक निगरानी संस्थाओं के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन से महज 10 किलोमीटर की गहराई पर था. कम गहराई पर आए भूकंप अधिक विनाशकारी महसूस होते हैं, क्योंकि ऊर्जा सीधे सतह तक पहुंचती है. इसी वजह से राजधानी ताइपे में भी झटके स्पष्ट रूप से महसूस किए गए.

दो अलग-अलग झटके दर्ज

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, पहला भूकंप 6.1 तीव्रता का था, जिसने ताइपे और आसपास के इलाकों को हिला दिया. इसके कुछ समय बाद दूसरा झटका ताइवान के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित तैतुंग क्षेत्र में 6.1 तीव्रता का दर्ज किया गया. हालांकि दोनों झटकों के बीच समय और स्थान का अंतर बताया जा रहा है.

नुकसान की स्थिति पर नजर

फिलहाल किसी बड़े जान-माल के नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. प्रशासन ने आपातकालीन एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और इमारतों, सड़कों तथा बुनियादी ढांचे की जांच की जा रही है. लोगों से शांत रहने और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है.

आखिर भूकंप क्यों आता है? 

भूकंप पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटों की गतिविधियों के कारण आते हैं. पृथ्वी की ऊपरी सतह कई विशाल प्लेटों में बंटी हुई है, जो लगातार बहुत धीमी गति से खिसकती रहती हैं. जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, दूर जाती हैं या एक-दूसरे के नीचे खिसकती हैं, तो धरती के भीतर जमा ऊर्जा अचानक बाहर निकलती है. इसी ऊर्जा के मुक्त होने से भूकंप आता है. ताइवान प्रशांत रिंग ऑफ फायर क्षेत्र में स्थित है, जहां भूकंपीय गतिविधियां अक्सर देखने को मिलती हैं.

ये भी पढ़ें- 2025 में बलूचिस्तान में 248 आम नागरिक और 205 पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी मारे गए: सरकारी रिपोर्ट

earthquake
Advertisment