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Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार 28 मार्च को भूकंप के जोरदार झटकों ने हर किसी को हिलाकर रख दिया. जबरदस्त भूकंप के झटके से लोगों में हलचल मच गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 7.7 दर्ज की गई, जो इसे बेहद खतरनाक बताई जाती है. म्यांमार के साथ-साथ पड़ोसी देशों में भी इस भूकंप के प्रभाव देखने को मिले, जिसमें थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक शामिल है. बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके एक नहीं बल्कि दो बार महसूस किए गए. भूकंप के झटकों को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी सामने आए हैं. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इस भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है. कई इमारतें ढ़ह गई हैं और 20 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. यही नहीं सैकेड़ों लोगों के मलबे में दबे होने की भी आशंका है.
इमरजेंसी घोषित
भूकंप के झटकों के बाद मची तबाही से अफरा-तफरी का माहौल है. सरकार की ओर से आपातकाल घोषित कर दिया गया है. राहत और बचाव कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है. वहीं बैंकॉक में भूकंप के बाद ट्रेन को अस्थायी तौर पर बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक बैंकॉक में ही 30 निर्माणाधीन इमारतें गिर गई हैं. जिसमें कई मजदूरों के दबे होने की आशंका है.
भूकंप के झटके इतने प्रबल थे कि लोगों ने अपने घरों और कार्यस्थलों से तुरंत बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान की तलाश की। कई निवासी बताते हैं कि झटकों के दौरान वे दहशत में आकर एक दूसरे का हाथ थामते हुए भागे. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग चिल्लाते-चिल्लाते सड़कों पर दौड़ पड़े. भूकंप के झटकों के बाद कई इमारतें जमींदोज हो गई हैं. जबकि अब तक 40 से ज्यादा लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है.
Breaking: Video shows the moment a skyscraper under construction collapsed due to earthquake in Bangkok. pic.twitter.com/OIdxc4epKf
— PM Breaking News (@PMBreakingNews) March 28, 2025
भूकंप के झटकों से थर्राया म्यांमार
भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि एक फ्लाइओवर ताश के पत्तों की तरह ढह गया. मॉल समेत सार्वजनिक भवनों में से लोग तेजी से बाहर निकलने लगे. हर तरफ अफरा तफरी का माहौल बन गया. विशेषज्ञों का मानना है कि भूकंप के इस प्रचंड झटके का मुख्य कारण क्षेत्रीय टेक्टोनिक गतिविधियां हैं. म्यांमार भू-भाग पर स्थित होने के कारण पूर्वी एशिया की भूगर्भीय संरचना का हिस्सा है, जहां समय-समय पर इस प्रकार के भूकंप आ जाते हैं. हालांकि, यह भूकंप अब तक के मापदंडों के अनुसार बहुत ही तीव्र रहा है, जिसके चलते लोगों में भारी भय और चिंता का माहौल पैदा हो गया है.
बैंकॉक में भी महसूस किए गए झटके
बैंकॉक में भी इस भूकंप के प्रभाव का अनुभव हुआ, जहां ऊंची इमारतें झुकने और हिलने लगीं. थाईलैंड के निवासियों ने बताया कि वे अचानक से महसूस किए गए झटकों से चौंक गए और कुछ समय के लिए उनके दैनिक कार्यों में रुकावट आई. बताया जा रहा है कि भकूंप का केंद्र मांडले शहर में बताया जा रहा है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसे भूकंप के झटके, जो इतनी तीव्रता के हों, बड़े शहरों में पनपने वाले स्काईस्क्रेपर्स के लिए भी खतरा पैदा कर सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी जारी की है कि ऐसे समय में सावधानी बरतना अति आवश्यक है.
रेल, बस और हवाई सेवाएं प्रभावित
हालांकि, इस भूकंप के बाद तत्काल कोई बड़ी तबाही या मानव हानि की खबर सामने नहीं आई है, फिर भी लोगों के मन में गहरी चिंता बनी हुई है. विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि नागरिकों को अपने आस-पास की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए और आपातकालीन निकास मार्गों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए. साथ ही, रेलवे, बस और हवाई सेवाओं में भी किसी प्रकार की व्यवधान की संभावना को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है.
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— bahisşikayet (@Bahis_sikayetim) March 28, 2025
Myanmar'da 7.7 şiddetinde deprem meydana geldi... pic.twitter.com/9TtEGNutfg
इस भूकंप ने न केवल म्यांमार, बल्कि पूरे क्षेत्र में एक बार फिर से भूगर्भीय अस्थिरता की याद दिला दी है. ऐसे झटके भविष्य में भी आ सकते हैं, इसलिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को आपदा प्रबंधन और बचाव कार्यों की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए.
नागरिकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी आपात स्थिति में शांत रहें और अपने आस-पास की स्थिति की जानकारी तुरंत साझा करें. इस घटना के बाद, न केवल नागरिकों बल्कि सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियों पर भी यह दायित्व आ जाता है कि वे संभावित खतरों का पूर्वानुमान लगाकर समय रहते कदम उठाएं, जबकि वैज्ञानिक अनुसंधान और निगरानी प्रणालियों के माध्यम से भूगर्भीय गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है, फिर भी लोगों को अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहने की जरूरत है.