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donald trump attack on iran (social media)
व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, 'एक सप्ताह पहले के हालात और थे अब में काफी फर्क है. यह कोई नहीं जानता कि मैं क्या करने वाला हूं. अगला हफ्ता कुछ बड़ा होने वाला है. शायद एक सप्ताह से भी कम समय लगेगा." राष्ट्रपति ट्रंप का दावा है कि ईरान ने व्हाइट हाउस में बातचीत का प्रस्ताव रखा. इस दौरान हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह प्रस्ताव कब और किस स्तर पर आया. उन्होंने कहा कि अब ईरान के हालात पूरी तरह से रक्षाहीन हैं. उसके पास किसी तरह की हवाई सुरक्षा प्रणाली मौजूद नहीं है. इस दौरान मीडिया ने जब ट्रंप से ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमैनेई को लेकर सवाल किए तो ट्रंप ने सिर्फ इतना कहा, 'गुड लक.' उन्होंने आगे कहा कि ईरान को लेकर अमेरिका का धैर्य अब खत्म हो चुका है. ट्रंप ने कहा, "हमारा धैर्य पहले ही जवाब दे चुका है."
US President Donald Trump said on Wednesday that Iran has signaled a willingness to negotiate amid escalating conflict with Israel. "Iran wants to negotiate. They’ve reached out — they even suggested coming to the White House," Trump told reporters. “They should have negotiated…
— Iran International English (@IranIntl_En) June 18, 2025
इजरायल-ईरान के बीच तनाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब ईरान और इजरायल के बीच तनाव अपने शिखर पर है. इजरायल लगातार ईरान पर बड़े हमले कर रहा है. इसके पीछे अमेरिका का हाथ बताया जा रहा है. ट्रंप के बयान से संकेत मिल रहा है कि आने वाले समय में अमेरिका कोई बढ़ा कदम उठाएगा.
अमेरिका हमले से इनकार नहीं कर रहा
ट्रंप ने कहा कि वो नहीं कह सकते कि वे अगला अटैक कब करने वाले हैं। इससे साफ है कि अमेरिका सैन्य कार्रवाई के नाम पर ईरान को डरा रहा है। इस दौरान वह हमले से इनकार भी नहीं कर रहा है। ट्रंप ने कहा कि आने वाला सप्ताह काफी अहम होगा। उससे पहले कुछ बड़ा हो सकता है.
भयानक क्षति होगी
इससे पहले ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका और इजरायल को खुलकर चेतावनी दी है. अमेरिका को दो टूक चेताते हुए उन्होंने कहा कि ईरान कभी भी आत्मसमर्पण नहीं करने वाला है. अमेरिका अगर युद्ध को थोपता है तो उसे करारा जवाब मिलेगा. उसे भयानक क्षति होगी. उन्होंने कहा कि ईरान और उसके इतिहास को जानने वाले जानते हैं कि कभी भी इस राष्ट्र से धमकी भरी भाषा में बात नहीं हो सकती है. ईरानी राष्ट्र पर थोपी हुई जंग में सरेंडर नहीं करने वाला है.