अमेरिका के लॉस एंजिल्स में हिंसक प्रदर्शन जारी है. ऐसे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन दंगाइयों पर जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही कैलिफोर्निया के गवर्नर और लॉस एंजिल्स की मेयर से माफी मांगने का आदेश दिया. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉस एंजिल्स में हालात पर काबू पाने के लिए 2000 नेशनल गार्ड्स भेजे हैं. ऐसा पहला मौका है जब किसी राज्य की नेशनल गार्ड के गवर्नर की इजाजत के बिना भेजा गया. कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम और लॉस एंजिल्स की मेयर कैरेन बैस ने ट्रंप के नेशनल गार्ड्स भेजने के फैसले का विरोध किया है.
50 हजार डॉलर तक का इनाम
इस विरोध के बाद ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा कि गवर्नर गैविन न्यूसम को माफी मांगनी ही चाहिए. वे अपने कर्मों के लिए माफी मांगे. उन्होंने कहा कि ये प्रदर्शनकारी नहीं हैं, ये उपद्रवी और विद्रोही हैं. याद रखें, मास्क न पहनें. इस बीच एफबीआई ने संदिग्ध की पहचान, गिरफ्तारी और सजा दिलाने में मदद के लिए सूचना देने वाले को 50 हजार डॉलर तक का इनाम देने की घोषणा की. सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा, लॉस एंजिल्स पर अवैध विदेशियों और अपराधियों ने आक्रमण करके कब्जा किया. अब हिंसक, विद्रोही भीड़ हमारे फेडरल एजेंट्स पर हमला कर रही है. इस दौरान अभियानों को रोकने की कोशिश में जुटी है. ये अराजक दंगे हमारे संकल्प को काफी ताकत देने वाले हैं.
ट्रंप ने आगे लिखा कि वे होमलैंड सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम, रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी को सभी अन्य संबंधित विभागों और एजेंसियों के संग समन्वय करके लॉस एंजिल्स को प्रवासी आक्रमण से मुक्त करने और इन प्रवासी दंगों को खत्म करने को लेकर जरूरी सभी कार्रवाई करने के आदेश दे रहा हूं. शांति व्यवस्था को बहाल करने और अवैध लोगों को निष्कासित किया जाएगा. लॉस एंजिल्स को मुक्त किया जाएगा.
इस समय निर्णायक नेतृत्व की आवश्यकता
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ट्रंप की पोस्ट को एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, इस समय निर्णायक नेतृत्व की आवश्यकता है. राष्ट्रपति दंगे और हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अमेरिका के लॉस एंजिल्स में अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई हुई. इसका जमकर विरोध हुआ है. इसके विरोध में दो दिन से प्रदर्शन जारी है. ये काफी हिंसक रूप ले चुका है.
भारतीय समय के अनुसार, रविवार सुबह के वक्त प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर भी चलाए. इसके साथ सुरक्षा बलों और इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इन्फोर्समेंट (आईसीई) पर आंसू गैस और पेट्रोल बम भी चलाए. प्रदर्शनकारियों ने एक स्ट्रिप मॉल में आग लगा दी. कई दुकानों में तोड़फोड़ की. इसके साथ कई सरकारी इमारतों और गाड़ियों पर स्प्रे पेंट भी किया. इसके जरिए कई नारे भी लिखे.