अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघीरू शिक्षा विभाग को खत्म करने को लेकर कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ' वे बहुत भाग्यशाली हैं. हाल में एक अन्य दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए जो देश के लिए काफी बेहतर सिद्ध होने वाला है. अब उसी कलम का उपयोग इस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के लिए भी किया.' ट्रंप के इस कदम के बाद अब अमेरिकी शिक्षा विभाग का दफ्तर बंद हो जाएगा. आपको बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिक्षा विभाग को बंद करने के शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि शिक्षा विभाग को बेकार और उदारवादी विचारधारा से दूषित किया गया है. ऐसे में इसे बंद करने का निर्णय लिया गया है.
1979 में किया गया गठन
हालांकि जानकारों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप के लिए शिक्षा विभाग को बंद करना बिल्कुल आसान नहीं था. यह कांग्रेस की सहमति के बिना संभव नहीं है. ट्रंप शुरुआत से इसे बंद करने पर उतारू थे. अमेरिका का यह शिक्षा विभाग करीब 45 साल से चल रहा है. इसका गठन 1979 में किया गया. व्हाइट हाउस की एक रिपोर्ट के अनुसार, आदेश में शिक्षा मंत्री लिंडा मैकमोहन को शिक्षा विभाग को बंद करने और शिक्षा प्राधिकरण को राज्यों को सौंपने के सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए जाएंगे. इसके साथ ही उन सेवाओं, कार्यक्रमों और लाभों को प्रभावी और निर्बाध आपूर्ति तय की जाएगी, जिन पर अमेरिकी निर्भर हैं.
4,200 से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी में संघीय शिक्षा विभाग को तुरंत बंद करने का आह्वान किया गया था. हालांकि पहले ही कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे बंद करने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन कांग्रेस ने कोई कार्रवाई नहीं की. शिक्षा विभाग करीब 4,200 से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है और इसका बजट हाल के वर्ष में 251 बिलियन डॉलर है. डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले सुझाव दिया था कि वह एक कार्यकारी आदेश के माध्यम से विभाग को बंद करने की कोशिश करेंगे. इसके लिए कांग्रेस और शिक्षक संघों के समर्थन की जरूरत है.