Doha Forum 2024: ब्रिक्स करेंसी पर भारत ने अपना रुख साफ किया है. कतर में आयोजित दोहा फोरम 2024 में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत कभी डी-डॉलराइजेशन के पक्ष में नहीं रहा है. अभी ब्रिक्स करेंसी को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं है. ब्रिक्स वित्तीय लेन-देन पर चर्चा करते हैं. उन्होंने जोर देते हुए कि हमें डॉलर को कमजोर करने में कोई दिलचस्पी नहीं है. बता दें कि भी हाल भी अमरिका के नवर्निवाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड्र ट्रंप ने ब्रिक्स करेंसी को लेकर ब्रिक्स देशों को धमकी दी थी.
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अमेरिका के साथ अच्छे संबंध
विदेश मंत्री जयशंकर ने आगे कहा, 'अमेरिका हमारा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है, हमें डॉलर को कमजोर करने में कोई दिलचस्पी नहीं है. हमारे पहले ट्रंप प्रशासन के साथ अच्छे संबंध थे, बहुत ठोस संबंध थे, हां कुछ मुद्दे थे, ज़्यादातर व्यापार से जुड़े मुद्दे थे, लेकिन ऐसे बहुत सारे मुद्दे थे जिन पर राष्ट्रपति ट्रंप बहुत अंतरराष्ट्रीय थे और मैं लोगों को याद दिलाता हूं कि वास्तव में ट्रंप के कार्यकाल में ही क्वाड को फिर से शुरू किया गया था. पीएम मोदी और ट्रंप के बीच व्यक्तिगत संबंध हैं.'
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ब्रिक्स देशों को ट्रंप की धमकी
हाल ही यूएस इलेक्टेड प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी कि अगर ब्रिक्स देशों ने अमेरिकी डॉलर के प्रभुत्व को चुनौती देने की कोशिश की तो उन पर सख्त टैरिफ लगाया जाएगा. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को सामान बेचने के लिए ब्रिक्स देशों को डॉलर का ही इस्तेमाल करना होगा. अगर ब्रिक्स देशों ने किसी दूसरी करेंसी को अपनाने की कोशिश की तो उनको 100% टैरिफ झेलना पड़ेगा.
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