इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने रविवार को बताया कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम-बंधक समझौते में ट्रंप की भागीदारी सबसे अहम है. उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने उन्होंने इजराइल को ऐसा कुछ नहीं करने को नहीं कहा जो वह नहीं करना चाहता था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते सप्ताह अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप की की समझौता वार्ता में मजबूत भागीदारी काफी प्रभावशाली और अहम रही.”
डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी यानि आज अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं. इजरायली विदेश मंत्री के अनुसार, ट्रंप ने इजरायल को ऐसा कुछ करने को लेकर मजबूर नहीं किया. उन्होंने कहा, इस दौरान सभी मिलकर काम किया. यह हमारे लिए लिए काफी अहम था. इस लक्ष्य को पाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप बहुत मददगार रहे.
हराने का अपना लक्ष्य हासिल नहीं किया है
सार ने यह माना कि इजरायल ने हमास को हराने का अपना लक्ष्य हासिल नहीं किया है. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी समूह अभी भी गाजा में सत्ता में है. इजरायली मंत्री ने इस बात जोर दिया. इस युद्ध विराम पर सहमति बनी. उन्होंने कहा, हम पहले चरण के दौरान दो सप्ताह से थोड़ा ज्यादा समय के बाद दूसरे चरण पर बातचीत आरंभ करेंगे. उन्होंने कहा कि एक चरण से दूसरे चरण में जाना अपने आप बिल्कुल नहीं है.
हादसे के बाद हमने बहुत कुछ साहा है
सार के अनुसार, मैं सच्चाई छिपाना नहीं चाहता है. इस हादसे के बाद हमने बहुत कुछ साहा है. यह बहुत दर्दनाक है. इसमें काफी जोखिम है. बीते शुक्रवार को सरकार में हमारी बहुत तकलीफ देह और सच्ची चर्चा हुई. मगर मुझे लगता है कि हमने अपने भाइयों और बहनों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के नजरिए से सही निर्णय लिया. 15 महीने से अधिक समय से वहां थे. गाजा में काफी समय से प्रतीक्षित युद्धविराम कुछ घंटों की देरी के बाद रविवार को लागू हो गया. समझौते के तहत रविवार को हमास ने तीन महिला बंधकों के नामों की घोषणा कर दी जिन्हें सबसे पहले रिहा किया जाएगा.