/newsnation/media/media_files/2025/11/12/pakistan-in-tension-after-pm-modi-statement-2025-11-12-23-01-57.jpg)
Delhi Red Fort Blast: दिल्ली में हुए भयावह धमाके के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सख्त बयान ने पाकिस्तान की हुकूमत में हड़कंप मचा दिया है. पीएम मोदी ने लगातार दूसरी बार यह स्पष्ट कर दिया कि भारत आतंक और उसके आकाओं को किसी भी कीमत पर बख्शेगा नहीं. प्रारंभिक जांच में इस हमले के तार पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ते दिखे हैं. ऐसे में पाकिस्तान को एक बार फिर भारत की जवाबी कार्रवाई का डर सताने लगा है.
इस्लामाबाद में हड़कंप, शहबाज की आपात बैठक
दिल्ली धमाके के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई. बैठक में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, आंतरिक मंत्री मोहसिन नक़वी, कानून मंत्री आज़म नज़ीर तारड़ और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी मौजूद थे.
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में भारत के संभावित सैन्य कदमों पर चर्चा हुई. पाकिस्तान के कई कैबिनेट मंत्रियों ने चेतावनी दी कि भारत के साथ देश अब ‘स्टेट ऑफ वॉर’ की स्थिति में है. वहीं हेल्थ मिनिस्टर सैयद मुस्तफ़ा कमाल ने तो यहां तक कहा कि 'भारत-पाकिस्तान के बीच मई से जारी तनाव खत्म नहीं हुआ है और अब दिल्ली ब्लास्ट के बाद बॉर्डर पर हालात और खराब हो सकते हैं.'
Prime Minister @CMShehbaz met President @AAliZardari and discussed the overall political and security situation. Chairman Senate Syed Yousuf Raza Gilani, Speaker National Assembly Sardar Ayaz Sadiq and senior members of the federal cabinet were also present. pic.twitter.com/Mkji3An5Or
— The President of Pakistan (@PresOfPakistan) November 11, 2025
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खड़े किए हाथ
बैठक के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पहली बार जंग से हाथ खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय है कि वह न भारत से न अफगानिस्तान से युद्ध लड़ने की स्थिति में है.
ख्वाजा आसिफ के इस बयान ने पाकिस्तान की बेबसी को उजागर कर दिया.
रक्षा मंत्री ने साफ कहा कि 'हमारी सेना के पास संसाधनों की भारी कमी है, और भारत जैसे शक्तिशाली देश से मुकाबला करना आत्मघाती कदम होगा.' यह बयान दर्शाता है कि पाकिस्तान की हालत अब अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देश से भी कमजोर हो चुकी है.
दिल्ली ब्लास्ट पर भारत का रुख सख्त
भारत में प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को कैबिनेट और CCS (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक के बाद दिल्ली धमाके को जघन्य आतंकी कृत्य बताया. बैठक में यह तय किया गया कि इस हमले में शामिल आतंकियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं की पहचान कर शीघ्र न्याय के कठघरे में लाया जाएगा. मोदी सरकार ने एक बार फिर यह दोहराया कि भारत की जीरो टॉलरेंस नीति केवल बयान नहीं, बल्कि एक कार्रवाई की रणनीति है.
पाकिस्तान में बढ़ा डर, सर्जिकल स्ट्राइक की याद
प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों में अशांति और भय का माहौल है. पाक मीडिया में यह चर्चा जोरों पर है कि भारत किसी भी वक्त सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक कर सकता है. पाकिस्तान की चिंता इस बात से और बढ़ गई है कि मोदी पहले भी तीन बार सीमापार सर्जिकल स्ट्राइक कर चुके हैं. ऐसे में इस बार भी “बदले की कार्रवाई” की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
यह भी पढ़ें - दिल्ली ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा, बाबरी से निकला कनेक्शन, जानें क्या थी साजिश?
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us