ताइवान ने सोमवार को दावा किया कि उसके जलक्षेत्र में चीनी जहाजों ने प्रवेश किया है. बताया जा रहा है कि 10 चीनी नौसैनिक जहाजों, पांच सैन्य विमानों और दो आधिकारिक जहाजों की मौजूदगी है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पांच में से तीन चीनी विमानों ने देश के दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को पार किया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने बताया कि उसने उत्तर और मध्य ताइवान के ऊपर दो चीनी गुब्बारों को ट्रैक किया है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर लिखा कि आज सुबह 6 बजे तक (यूटीसी+8) ताइवान के आसपास पीएलए विमानों, 10 पीएलएएन जहाजों और 2 आधिकारिक जहाजों की उड़ानों को देखा गया. 3 उड़ानें मध्याह्न रेखा को पार कर गईं. ताइवान के दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी एडीआईजेड में ये प्रवेश कर गईं. इस दौरान 2 पीआरसी गुब्बारे भी देखे गए.
मध्याह्न रेखा ताइवान और चीन को अलग करती है. हालांकि चीन इस मध्याह्न रेखा के अस्तित्व को नहीं मानता है.ताइवान जलडमरूमध्य पर अपने सैन्य प्रभाव का दावा करने को लेकर बार-बार इसे पार करता रहा है. ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के बयान के अनुसार ताइवान जापान और अमेरिका जैसे समान विचारधारा वाले देश और यूरोपीय संघ के संग मिलकर काम करते रहेंगे रहेंगे. इसे चीन खतरा मान रहा है.
चीन के दावे को पूरी तरह से खारिज किया
इससे पहले, ताइवान ने जलडमरूमध्य पर चीन के दावे को पूरी तरह से खारिज किया है. देश के रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि ताइवान जलडमरूमध्य किसी भी तरह से चीनी संप्रभुता के आधीन नहीं आता है. ताइवान और चीन के बीच इससे पहले भी तनाव देखने को मिला है. चीन के विमानों कई बार जल क्षेत्र में घुसने की हिमाकत की है.
ताइवान के आसपास चीन की सैन्य गतिविधिया हाल के वर्षों में काफी बढ़ गई है. द्वीप के आसपास लगातार उड़ानें और नौसैनिक युद्धाभ्यास हो रहे हैं. इसकी जानकारी ताइवानी मंत्रालय देता आया है. बीजिंग ताइवान को अपने नियंत्रण में लाने के लिए तरह—तरह के हथकंडे अपना रहा है. वह लगातार ताइवान पर कब्जा जमाने की कोशिश में लगा हुआ है.