/newsnation/media/media_files/2025/11/28/kaps-cafe-2025-11-28-18-08-16.jpg)
कैप्स कैफे Photograph: (IG/kapilSharma)
कनाडा में सक्रिय गोल्डी ढिल्लों गैंग को उस समय बड़ा झटका लगा, जब कनाडा पुलिस ने गिरोह के सबसे कुख्यात सदस्यों में से एक सिप्पू को गिरफ्तार कर लिया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिप्पू को दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी की सूचना अब सामने आई है. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि गोल्डी ढिल्लों के इशारे पर ही सिप्पू ने बंधु मान सिंह को कैप्स कैफे में गोलीबारी के लिए हथियार उपलब्ध करवाने को कहा था.
गाड़ी और हथियार की मुहैया कराई
जांच में यह भी सामने आया कि बंधु मान सिंह ने कैफे फायरिंग के लिए दलजोत और गुरजोत को न सिर्फ हथियार, बल्कि गाड़ी भी मुहैया कराई थी. दोनों शूटर फिलहाल फरार बताए जा रहे हैं, और अनुमान है कि वे कनाडा में छिपे हो सकते हैं. दिलचस्प बात यह है कि यह पूरा गिरोह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए भी काम करता रहा है, जिससे इन गिरोहों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैली आपराधिक नेटवर्किंग का एक और उदाहरण सामने आता है.
गोल्डी गैंग का अहम खिलाड़ी
इसी मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने हाल ही में लुधियाना से बंधु मान सिंह को गिरफ्तार किया था, जो इंडिया-कनाडा बेस्ड गोल्डी ढिल्लों गैंग का एक अहम खिलाड़ी माना जाता है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि अगस्त में मुंबई कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे कैप्स कैफे पर हुई फायरिंग में जिन शूटरों ने हमला किया था, उन्हें हथियार और गाड़ी उपलब्ध करवाने में बंधु मान सिंह की बड़ी भूमिका थी.
पुलिस को कई लिंक्स मिले हैं
दिल्ली पुलिस को जांच में कनाडा में मौजूद सीबे गैंगस्टर से भी बंधु मान सिंह के लिंक मिले हैं, जिसे कुछ समय पहले ही वहां की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इन गिरफ्तारियों के बाद माना जा रहा है कि गोल्डी ढिल्लों-लॉरेंस बिश्नोई नेटवर्क को बड़ा नुकसान हुआ है और फायरिंग मामले की जड़ें अब काफी स्पष्ट होती जा रही हैं. अंतरराष्ट्रीय गैंगों की इस कड़ी ने एक बार फिर दिखाया है कि भारत और विदेश में बैठे अपराधी कैसे मिलकर संगठित नेटवर्क चला रहे हैं. पुलिस अब इस केस में आगे की जांच तेज कर चुकी है.
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us