हिंदू धर्म ईसाई और इस्लाम धर्म के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. सबसे अधिक हिंदू भारत में रहते हैं. भारत में 100 करोड़ से ज्यादा हिंदू रहते हैं. भारत के बाद नेपाल में सबसे अधिक हिंदू रहते हैं. खास बात है कि दोनों ही हिंदू बहुसंख्यक देश हैं फिर भी इनके राष्ट्रीय झंडे में कोई भी हिंदू धार्मिक प्रतीक नहीं है. लेकिन दुनिया का एक देश ऐसा भी है, जिसके राष्ट्रीय झंडे में एक मंदिर अंकित है. खास बात है कि इस देश में सिर्फ 1500 हिंदू ही रहते हैं. आइये हम आपको आज इसी देश और इसी मंदिर के बारे में सबकुछ…
1975 से झंडे पर अंकित है ये मंदिर
दुनिया का एकमात्र देश ऐसा है, जिसके झंडे पर हिंदुओं का पवित्र स्थल मंदिर अंकित है. इस देश का नाम है- कंबोडिया. पिछले कुछ वर्षों में कई बार देश का झंडा बदला गया है लेकिन इसपर अंकित मंदिर वैसे का वैसा ही है. कंबोडियो के झंडे में 1975 से ही ये मंदिर अंकित है.
भगवान विष्णु को समर्पित है ये मंदिर
कंबोडिया के झंडे में जो मंदिर अंकित है, उसका नाम है- अंकोरवाट. कंबोडिया के झंडे में ऊपर और नीचे नीली पट्टियां हैं और बीच में लाल पट्टी बनी हुई है, जिस पर अंकोरवाट मंदिर का चित्र अंकित है. अंकोरवाट दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक हैं. जानकारों की मानें तो 12वीं शताब्दी में महिधरपुरा के राजाओं ने मंदिर बनवाया था. इसमें पांच मीनारें हैं लेकिन झंडे पर सभी नहीं दिखाई देती है. झंडे पर सिर्फ तीन मीनारें ही दिखती हैं. ये एक हिंदू मंदिर है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है. मंदिर की दीवारों पर हिंदू धर्म ग्रंथों के प्रसंग दिखाए गए हैं.
अल्पसंख्यक है हिंदू धर्म
हालांकि, सदी के अंत में धीरे-धीरें इसे बौद्ध मंदिर के रूप में बदल दिया गया है. इस वजह से इसे हिंदू बौद्ध मंदिर के रूप में जाना जाता है. देश के झंडे में भले ही हिंदू मंदिर का चित्र अंकित हो लेकिन कंबोडिया में हिंदुओं की संख्या बहुत अधिक कम है. हिंदू धर्म कंबोडिया का अल्पसंख्यक धर्म है. देश में महज 1000-1500 हिंदू ही रहते हैं. भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की मानें को कंबोडिया में सिर्फ 1500 हिंदू रहते हैं, जो देश भर में अलग-अलग सेक्टर्स में काम करते हैं.