पाकिस्तानी सेना पर बलूचिस्तान लिब्रेरशन आर्मी ने बड़ा हमला किया है. बीएलए (BLA) के अनुसार, मजीद ब्रिगेड ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर फिदायानी अटैक किया. इसमें बीएलए के फतेह दस्ते ने हमला किया. मरने वाले पाकिस्तानी सैनिकों की कुल संख्या 90 पहुंच गई. इस काफिले में सात बसे थीं. ये बसें क्वेटा से ताफ़्तान की ओर जा रही थीं. इस दौरान बलूचिस्तान के नोशकी में आरसीडी हाईवे को निशाना बनाया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के काफिले पर इस फिदायीन हमले के बाद राहत कार्य के लिए तीन पाकिस्तानी हेलीकॉप्टर नोशकी भेजे गए हैं. इस दौरान अस्पताल में आपातकाल का ऐलान किया गया है. इस दौरान एंबुलेंस घटनास्थल के आसपास लगातार दौड़ रही हैं.
BLA के प्रवक्ता जीयंद बलोच ने बयान जारी किया है. विस्फोटक से भरे वाहन (VBIED) के जरिये यह आत्मघाती हमला किया गया. इस काफिले में सात बसे थीं. इनमें पाकिस्तानी सैनिक मूवमेंट कर रही थी. मजीद ब्रिगेड ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. इस फिदायीन हमले में एक बस पूरी तरह से ध्वस्त हो गई. उन्होंने बताया कि फिदायीन हमले के तुरंत बाद BLA के ‘फतह दस्ते’ ने एक और बस को पूरी तरह से घेर लिया. यहां पर बचे सभी सैनिकों को खत्म कर दिया.
करीब 30 घंटे तक चला संघर्ष
इससे पहले पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक सप्ताह के अदंर यह दूसरा बड़ा हमाला है. बलूच विद्रोहियों ने बोलान इलाके में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक किया था. सुरक्षाबलों के बीच करीब 30 घंटे तक चला संघर्ष. पाक सेना ने दावा किया कि 300 यात्रियों को बचाया गया है. सेना के प्रवक्ता के अनुसार, यात्रियों को बचाने के दौरान 33 चरमपंथियों की मौत हो गई. सेना के अनुसार, कुल 21 बंधकों और चार सुरक्षाकर्मियों की मृत्यु हो गई. दूसरी ओर बीएलए का दावा है कि ट्रेन में बंधक बनाए गए 214 लोगों की मौत हो गई.