अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फिलिस्तिनियों को गाजा से हटाने के प्रस्ताव पर चर्चा की है. इसे लेकर दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं समाने आ रही हैं. बांग्लादेश में फिलिस्तीन के राजदूत युसूफ रमजान ने ट्रंप के प्रस्ताव को लेकर तंज कसा है. इस पर रमदान का कहना है कि ट्रंप भड़के हुए सांड की तरह हैं. इस तरह फैसला नीतिगत रूप से सही नहीं है.
बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, एक लेख में रमजान ने लिखा कि ट्रंप का जिस तरह का रवैया सामने आया है, इससे शांति नहीं होगी. लोग अधिक भड़केंगे. ट्रंप यह नहीं समझ पा रहे हैं कि गाजा के लोग चाहते क्या हैं.
नेतन्याहू सत्ता बचाने में जुटे
बांग्लादेश में तैनात फिलिस्तीन के राजदूत रमजान के अनुसार, कुछ लोगों को आप एक समय तक के लिए शिफ्ट कर सकते हैं. मगर गाजा को खाली करने की मंशा बिल्कुल सही नहीं है. जो यहां से विस्थापित हुए हैं, वह अपनी जान को भी दांव पर लगा सकते हैं. रमजान लिखते हैं कि ट्रंप, सांड की तरह व्यवहार करते हैं. अमेरिका विदेश नीति को बिजनेस बना रहे हैं. सौदा अगर नहीं होता तो सीधे प्रतिबंध की धमकी देते हैं.
गाजा अमेरिका के कब्जे मे रहेगा: ट्रंप
जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वे गाजा में शांति चाहते हैं. उनका कहना गाजा में रहने वाले को जॉर्डन या अन्य मुस्लिम देशों में शिफ्ट किया जाना चाहिए. ट्रंप ने कहा कि गाजा अमेरिका के कब्जे में रहेगा. ट्रंप ने कहा कि अगर यह प्रस्ताव सभी को मंजूर होगा तो वे मिस्र को भी इसमें शामिल करेंगे.
हमास और इजराइल के बीच युद्ध बीते एक कई माह से चल रहा था. इस दौरान लाखों लोगों की मौत हुई. गाजा से कई फिलस्तीनी यहां से पलायन कर चुके हैं. अब युद्ध विराम के बाद सभी को यहां पर बसाने की बता चल रही है. इस बीच ट्रंप ने इसे दोबारा से बसाने का प्लान तैयार किया है. उनका कहना है कि इस जगहों को दोबारा से विकसित किया जाएगा. तब तक अन्य देशों को फिलस्तीन के नागरिकों को पनाह देनी चाहिए.