Trump Tariff Effect on America: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से दोस्ती के नाम पर भारत पर 25 प्रतिशत का टैरिफ थोप दिया है. उनका कहना है कि भारत रूस से कच्चा तेली ले रहा है. इसके कारण यूक्रेन युद्ध में रूस अभी तक लड़ाई के मैदान में टिका हुआ है. इसके साथ डिफेंस में भारत रूस पर निर्भर है. वह ज्यादातर हथियार रूस से लेता है. इन दो वजहों के कारण अमेरिका ने भारत पर भारी भरकम टैरिफ लगाया है. इस बीच येल यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट ने भारत पर लगे टैरिफ से अमेरिका को उल्टा बड़ा नुकसान होने की आशंका जताई है. उसका कहना है कि टैरिफ का अधिक असर अमेरिका पर होना है. इससे अमेरिकी नागरिकों की कमाई घटेगी, महंगाई बढ़ेगी और पहले से ही दबाव में चल रही अमेरिकी अर्थव्यवस्था सुस्त होने की संभावना है.
अमेरिकी नागरिकों को सबसे अधिक नुकसान
विश्वविद्यालय की रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि ट्रंप के भारत और दक्षिण कोरिया जैसे देशों पर टैरिफ लगाने का सबसे अधिक नुकसान अमेरिकी नागरिकों को उठाना पड़ सकता है. इसके कारण अमेरिकी जीडीपी में सुस्ती आ सकती है. येल की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने से हर अमेरिकी नागरिक की घरेलू कमाई पर 2,400 डॉलर (2.10 लाख रुपये) का प्रभाव पड़ने वाला है. उन्हें काफी नुकसान उठाना होगा.
यह नुकसान उनकी रोजमर्रा की जरूरतों की कीमत बढ़ने के कारण हो सकता है. इस टैरिफ से अमेरिका में सीधे तौर पर महंगाई बढ़ने की संभावना है. इस बात की बड़ी संभावना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अगर मंगाई थामने का प्रयास नहीं किया तो आम जनता प्रभावित होगी.
किस वर्ग पर होगा असर
येल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अमेरिका के इतिहास में साल 1930 के बाद अब तक औसत टैरिफ 18.4 फीसदी तक रहा है. ये करीब 95 वर्ष में पहली बार ज्यादा टैरिफ लगाया गया है. ट्रंप का यह ट्रेड वॉर निम्न आयवर्ग से लेकर उच्च आयवर्ग पर भी असर डाल सकता है. कम आय वाले अमेरिकी नागरिकों को औसतन 1,300 डॉलर (1.20 लाख रुपये) के नुकसान की संभावना है. वहीं हाई-इनकम वाले नागरिकों को औसतन 5,000 डॉलर (करीब 4.5 लाख रुपये) का नुकसान होने की आशंका है.
किन चीजों के दाम में होगी बढ़ोतरी
टैरिफ वॉर के कारण अमेरिका में कई प्रोडक्ट के दामों में इजाफा हो सकता है. चमड़े की चीजे जैसे जूते और हैंडबैग की कीमतों में 40 प्रतिशत का उछाल आएगा. वहीं कपड़े 38 फीसदी तक महंगे होंगे. टेक्सटाइल का दाम भी 19 फीसदी तक इजाफा होगा. खाने-पीने की चीजों के दाम 3.4 फीसदी तो उत्पादन होने वाली चीजें 7 फीसदी तक महंगी होने वाली हैं. कार खरीदने वालों को भी ज्यादा कीमत चुकानी होगी. 12.3 फीसदी यानी करीब 5,900 डॉलर अधिक देना होगा. इसका अर्थ है कि कार की कीमतें करीब 5 लाख रुपये तक बढ़ेगी.