UK News: अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती बरतना शुरू कर दी है. हाल ही में ब्रिटिश गृह मंत्री वेटे कूपर ने बताया कि हमारी सरकार के आने के बाद देश से अब तक 19 हजार लोगों को डिपोर्ट किया गया है. बता दें कि अमेरिकी की सत्ता में लौटने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप ने सबसे पहले अवैध प्रवासियों पर सख्ती बरती और उन्हें देश से बाहर करना शुरू कर दिया. ये सिलसिला अभी भी जारी है. अमेरिकी पुलिस और सुरक्षा बल देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों को ढूंढ-ढूंकर बाहर निकाल रहे हैं.
ब्रिटेन से निकाले गए 19 हजार अवैध प्रवासी
हाल ही में अमेरिकी वायु सेना का एक विमान भी 104 भारतीय को लेकर अमृतसर पहुंचा था. इसके बाद खूब हंगामा भी हुआ था. बता दें कि ब्रिटेन में फिलहाल लेबर पार्टी की सरकार है. जिसने ब्रिटेन में अवैध रूप से रह रहे या काम कर रहे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है. देश में लेबर पार्टी की सत्ता आने के बाद बीते साल जुलाई से लेकर अब तक 19 हजार अवैध प्रवासियों और अपराधियों को ब्रिटेन से बाहर निकाला जा चुका है.
अवैध प्रवासियों के खिलाफ की जा रही छापेमारी
ब्रिटेन की लेबर पार्टी की सरकार ने भी देश में अवैध रूप से काम करने वालों के खिलाफ छापेमारी शूरू कर दी है. जिससे भारतीयों की भी परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि ब्रिटिश अधिकारी भारतीय रेस्टोरेंट के अलावा नेल बार, सुविधा स्टोर और कार वॉश की दुकानों में छापेमारी कर रहे हैं. इन्ही जगहों पर प्रवासी कर्मचारी काम करते हैं. ब्रिटिश गृह सचिव की निगरानी में की गई इस कार्रवाई के तहत जनवरी में 828 परिसरों में छापेमारी की गई थी. जहां से 609 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
भारतीय रेस्टोरेंट्स में भी की जा रही छापेमारी
ब्रिटेन के गृह सचिव के कार्यालय के मुताबिक, उनकी टीम अवैध रूप से काम करने वालों की खूफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई कर रही है. गृह सचिव कार्यालय ने कहा कि बीते माह की गई कार्रवाई के दौरान रेस्टोरेंट, टेकअवे और कैफे के साथ-साथ खाद्य, पेय और तंबाकू उद्योग वाले स्थानों पर छापेमारी की गई.
उन्होंने बताया कि, इस दौरान हंबरसाइड में एक भारतीय रेस्टोरेंट से सात लोगों को गिरफ्तार किया गया. जबकि चार लोगों को हिरासत में लिया गया. ब्रिटिश गृह सचिव कूपर का कहना है कि आव्रजन के नियमों के सम्मान के साथ उन्हें लागू भी किया जाना चाहिए. करना चाहिए और उन्हें लागू भी किया जाना चाहिए.